जयपुर. राजधानी जयपुर में अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ जेडीए की कार्रवाई लगातार जारी है. जेडीए की ओर से अवैध अतिक्रमणों की सूचना पर कार्रवाई की जा रही है. जेडीए का पीला पंजा शुक्रवार को अपनी बेशकीमती सरकारी जमीन को बचाने के लिए चला.
बता दें कि जोन 10 के क्षेत्राधिकार पटवार हल्का लूणियावास, तहसील सांगानेर, ग्राम गोविंदपुरा उर्फ रोपाडा से रिंग रोड तक लगती हुई भूमि के खसरा नंबर 687, 689, 690, 692, 692/1749, 706, 1014, 1015, 1021 की करीब 105 बीघा जेडीए स्वामित्व की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया हुआ था. यहां बीते करीब 30 साल से अवैध कब्जा-अतिक्रमण कर मिट्टी की डोल बनाकर, पत्थर सीमेंट के पिल्लर गाढ़, तारबंदी कर अवैध रूप से फसल उगाकर खेती की जा रही थी.
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जिसे जोन 10 के उपायुक्त, राजस्व और तकनीकी स्टाफ की निशानदेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा जेसीबी मशीनों और मजदूरों की सहायता से अतिक्रमण मुक्त कराया गया. इस बेशकीमती सरकारी भूमि की अनुमानित कीमत करीब 200 करोड़ है. इससे लगती शेष सरकारी भूमि को चिन्हित कर अवैध कब्जे-अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाएगी.
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इस कार्रवाई में जोन 10 उपायुक्त के अलावा, उप नियंत्रक प्रवर्तन चतुर्थ, प्रवर्तन अधिकारी जोन - 10, 4, 5, 8, 9, स्थानीय पुलिस थाना, खोनागोरियान का जाप्ता, प्राधिकरण में उपलब्ध जाप्ते, लेबर गार्ड और जोन में पद स्थापित राजस्व और तकनीकी स्टाफ की निशानदेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा संपादित की गई.