जयपुर. पुलिस के सामने एक अजीब सी समस्या आ खड़ी हुई है, जिसका समाधान केवल जेडीए ही कर सकता है. वहीं जेडीए के अधिकारियों ने समस्या का समाधान करने की बजाय पुलिस के सामने ही अपने हाथ खड़े कर दिए हैं.
दरअसल रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े के तहत सरकार ने बेवजह बाहर घूमने वाले लोगों पर सख्ती करते हुए उन्हें पकड़कर क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने के आदेश दिए थे. जिस पर जयपुर पुलिस ने 105 लोगों को पकड़ कर जेडीए द्वारा बगराना में संचालित क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा था. जहां से 11 लोग गत मंगलवार को फरार हो गए, जिनमें एक कोरोना संक्रमित युवक भी शामिल है. इस घटनाक्रम के बाद जेडीए के अधिकारियों ने जयपुर पुलिस के अधिकारियों से अब किसी को भी पकड़कर क्वॉरेंटाइन सेंटर ना भेजने के लिए कहा है.
पढ़ें- श्रीगंगानगर: ये देशी जुगाड़ कोरोना से दिलाएगा राहत, कुकर से बनेगी भाप
जेडीए के अधिकारियों ने जयपुर पुलिस के अधिकारियों को यह कहते हुए अब लोगों को पकड़कर क्वॉरेंटाइन सेंटर ना भेजने के लिए कहा है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में जगह नहीं बची है और साथ ही सुविधाओं का भी अभाव है. ऐसे में जयपुर पुलिस अब राज्य सरकार के आदेशों की पालना कैसे करवाए इस पर संशय बना हुआ है. पुलिस सड़कों पर बेवजह घूमने वाले लोगों को पकड़ तो रही है, पर उन्हें क्वारंटाइन सेंटर नहीं भेजा जा रहा है. जेडीए के अधिकारियों द्वारा जयपुर पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों को बगराना क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन करने से इनकार करने के बाद पुलिस के सामने एक विकट समस्या आ खड़ी हुई है. पुलिस अब पकड़े गए लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजने की बजाय होम क्वॉरेंटाइन कर रही है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हुए 11 लोगों में से 5 लोगों का अब तक नहीं लगा सुराग
वहीं मंगलवार देर रात को बगराना क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हुए 11 युवकों में से 5 लोगों का अब तक पुलिस कोई भी सुराग नहीं लगा पाई है. हालांकि पुलिस द्वारा 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं जो शेष 5 लोग हैं वह अब तक अपने घर नहीं पहुंचे हैं. वहीं पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या फरार चल रहे युवकों में शामिल कोरोना संक्रमित युवक को पकड़ना है. फरार चल रहा कोरोना संक्रमित युवक ना जाने कितने लोगों को संक्रमित कर उनकी जान को खतरे में डाल सकता है. फरार चल रहे पांचों युवकों को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा लगातार दबिश दी जा रही है और इसके साथ ही उनके घर के आसपास सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है.