जयपुर. राजधानी जयपुर के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था. अब 21 दिन पूरे होने के बाद जयपुर चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए खोला जाएगा. 21 दिन के बाद पर्यटकों के लिए जयपुर चिड़ियाघर 8 फरवरी से खोलने का निर्णय लिया गया है. लंबे इंतजार के बाद जयपुर चिड़ियाघर पर फिर से पर्यटकों की रौनक देखने को मिलेगी.
चिड़ियाघर को खोलने के लिए वन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है. 11 जनवरी को जयपुर चिड़ियाघर में मृत पक्षियों के मिलने पर आगामी आदेश तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था. मृत पक्षियों के सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. इसके बाद जयपुर चिड़ियाघर को बंद करने के आदेश दिए. अन्य पक्षियों में बर्ड फ्लू नहीं फैले इसको ध्यान में रखते हुए जयपुर चिड़ियाघर में विशेष सतर्कता बरती गई.
वन विभाग के कर्मचारियों को पीपीई किट पहन कर काम करने के निर्देश दिए गए. 14 जनवरी के बाद जयपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी नहीं मिला है. इसके बाद 21 दिन पूरे होने पर वन विभाग ने जयपुर चिड़ियाघर को खोलने का निर्णय लिया है. डीएफओ उपकार बोराना ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के स्वस्थ होने की जानकारी के बाद पर्यटकों के लिए 8 फरवरी से जयपुर चिड़ियाघर को खोलने का निर्णय लिया है. बर्ड फ्लू के संक्रमण के लिए किए जा रहे बचाव कार्य आगामी आदेश तक जारी रहेंगे.
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में गुजरात से आएगी शेरनी
राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एक नया मेहमान आने वाला है. गुजरात के शकरबाग चिड़ियाघर से प्योर एशियाटिक शेरनी लाई जाएगी. वन विभाग ने गुजरात से एक शेरनी लेने के लिए डॉक्टर के नेतृत्व में एक टीम भेजी है. शुक्रवार को वन विभाग की टीम जयपुर से गुजरात के लिए रवाना की गई.
जानकारी के मुताबिक नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की लॉयन सफारी के लिए एशियाटिक शेरनी लाई जा रही है. गुजरात के शकरबाग चिड़ियाघर से एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत शेरनी को लाया जाएगा. शेरनी के बदले भेड़िए का जोड़ा दिया जा रहा है. शेरनी को लाने के लिए डीएफओ उपकार बोराना के निर्देशन में टीम रवाना की गई है. लॉयन सफारी में पहले 4 शेर थे, जिनमें से कैलाश और तेजस की मौत हो चुकी है. अब लायन सफारी में शेरनी तारा और त्रिपुर ही है.
राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स की ओर से 13 सदस्यीय दल बीकानेर रवाना
कोरोना के बाद राजस्थान में पर्यटन की कमर टूट गई है. ऐसे में पर्यटन क्षेत्र में जान फूंकने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स का फेम टूर बीकानेर के लिए रवाना किया गया है. बीकानेर के साथ-साथ जो बॉर्डर और करणी माता मंदिर की भी विजिट की जाएगी.
राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स की ओर से 13 सदस्यीय दल बीकानेर रवाना किया गया है. राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला ने हरी झंडी दिखाकर दल को रवाना किया. कुलदीप सिंह चंदेला के मुताबिक इस यात्रा का मकसद लोगों में यात्रा के प्रति रुझान बढ़ाना है और देशी पर्यटन को बढ़ावा देना है.
कार्यक्रम के संयोजक राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के सचिव संजय कौशिक के मुताबिक इस यात्रा से आने वाले समय में राजस्थान पर्यटन में जान फूंकने का काम होगा. राजस्थान का पर्यटन फिलहाल बैठी लेटर पर है, जिससे उबरने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. यह दल करणी माता मंदिर और बॉर्डर विजिट करेगा. बीकानेर में जो पर्यटन की प्रचुर संभावना है, इसलिए दो नाईट डेस्टिनेशन बनाने की संभावनाएं भी तलाश करेगा.