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‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुतियों के साथ हुआ 'विविधा' का समापन - Jaipur Black and White

जयपुर के जेकेके में ‘विविधा‘ का रविवार को समापन हुआ. जहां अंतिम दिन ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुति में स्क्रीन और स्टेज पर परफॉरमेंस का कोलाज पेश किया गया. जिसकी प्रस्तुति से भारत का श्वेत एवं श्याम फिल्मों का युग जीवित हुआ.

जयपुर जेकेके में ‘विविधा‘,Vividha in Jaipur JKK
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Published : Nov 3, 2019, 11:06 PM IST

जयपुर. राजधानी के जवाहर कला केन्द्र में चल रहे तीन दिवसीय ‘विविधा‘ का रविवार को ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुति के साथ समापन हुआ. जिसमें निश एंटरटेनमेंट के मिलिंद ओक की संकल्पना और निर्देशन पर आधारित इस प्रस्तुति को स्क्रीन और मंच पर लाईव परफोरमेंस को रियलिस्टिक तरीके से पेश किया गया. जहां सभी दर्शकों को लगा मानो वे स्वयं ‘श्वेत एवं श्याम‘ फिल्मों के युग में पहुंच गए.

जयपुर के जेकेके में ‘विविधा‘ का हुआ समापन

वहीं भारत में फिल्मों निर्माण प्रक्रिया के आरम्भ से लेकर रंगीन फिल्मों के निर्माण तक की दास्तां बड़े ही रोचक ढंग से पेश की गई. बीते दौर के प्रसिद्ध गानों को मंच पर उसी परिवेश और वेशभूषा में अभिनीत किया गया, तो सभी दर्शक झुमने और गुनगुनाने लगे. कार्यक्रम के दौरान ‘‘अजीब दास्तां हैं ये, मैं नदियां फिर भी प्यासी, आवारा हूं या गर्दिश में हूं, हाल कैसा है जनाब का, जा जा बेवफा कैसा प्यार कैसी प्रीत रे, वक्त ने किया क्या हसीं सितम, हम हैं राही प्यार के हम से कुछ ना बोलिए, आदि गानों की बानगी पेश की गई. फिल्मों की इस जर्नी में बॉलीवुड फिल्मों के लैण्डमार्क माने जाने वाले अभिनेताओं और निर्देशकों को भी शामिल किया गया.

पढ़ेंः जयपुर और अजमेर से हैदराबाद जाने वाली ट्रेनों में बढ़ाए कोच

इस दौरान दर्शक, ना केवल केएल सहगल, विमल रॉय, वी. शांताराम, गुरुदत्त से बल्कि स्टाइलिश देव आनंद, ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार, शोमैन राज कपूर, ब्यूटीफुल मधुबाला, क्लासिक मीना कुमारी और ‘याहू‘ शम्मी कपूर के अभिनय एवं निर्देशन क्षमता से भी रूबरू हुए. बता दें कि इस तीन दिवसीय उत्सव ‘विविधा‘ के तहत थिएटर, संगीत और सिने स्टोरी के कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिनमें बड़ी संख्या में कला और संगीत प्रेमियों ने शिरकत की.

जयपुर. राजधानी के जवाहर कला केन्द्र में चल रहे तीन दिवसीय ‘विविधा‘ का रविवार को ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुति के साथ समापन हुआ. जिसमें निश एंटरटेनमेंट के मिलिंद ओक की संकल्पना और निर्देशन पर आधारित इस प्रस्तुति को स्क्रीन और मंच पर लाईव परफोरमेंस को रियलिस्टिक तरीके से पेश किया गया. जहां सभी दर्शकों को लगा मानो वे स्वयं ‘श्वेत एवं श्याम‘ फिल्मों के युग में पहुंच गए.

जयपुर के जेकेके में ‘विविधा‘ का हुआ समापन

वहीं भारत में फिल्मों निर्माण प्रक्रिया के आरम्भ से लेकर रंगीन फिल्मों के निर्माण तक की दास्तां बड़े ही रोचक ढंग से पेश की गई. बीते दौर के प्रसिद्ध गानों को मंच पर उसी परिवेश और वेशभूषा में अभिनीत किया गया, तो सभी दर्शक झुमने और गुनगुनाने लगे. कार्यक्रम के दौरान ‘‘अजीब दास्तां हैं ये, मैं नदियां फिर भी प्यासी, आवारा हूं या गर्दिश में हूं, हाल कैसा है जनाब का, जा जा बेवफा कैसा प्यार कैसी प्रीत रे, वक्त ने किया क्या हसीं सितम, हम हैं राही प्यार के हम से कुछ ना बोलिए, आदि गानों की बानगी पेश की गई. फिल्मों की इस जर्नी में बॉलीवुड फिल्मों के लैण्डमार्क माने जाने वाले अभिनेताओं और निर्देशकों को भी शामिल किया गया.

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इस दौरान दर्शक, ना केवल केएल सहगल, विमल रॉय, वी. शांताराम, गुरुदत्त से बल्कि स्टाइलिश देव आनंद, ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार, शोमैन राज कपूर, ब्यूटीफुल मधुबाला, क्लासिक मीना कुमारी और ‘याहू‘ शम्मी कपूर के अभिनय एवं निर्देशन क्षमता से भी रूबरू हुए. बता दें कि इस तीन दिवसीय उत्सव ‘विविधा‘ के तहत थिएटर, संगीत और सिने स्टोरी के कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिनमें बड़ी संख्या में कला और संगीत प्रेमियों ने शिरकत की.

Intro:जेकेके में ‘विविधा‘ का रविवार को समापन हुआ. जहां अंतिम दिन ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुति में स्क्रीन और स्टेज पर परफोरमेंस का कोलाज पेश किया गया. जिसके प्रस्तुति से भारत का श्वेत एवं श्याम फिल्मों का युग जीवित हुआ.
Body:जयपुर : राजधानी के जवाहर कला केन्द्र में चल रहे तीन दिवसीय ‘विविधा‘ का रविवार का ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ प्रस्तुति के साथ समापन हुआ। निश एंटरटेनमेंट के मिलिंद ओक की संकल्पना एवं निर्देशन पर आधारित इस प्रस्तुति में स्क्रीन और मंच पर लाईव परफोरमेंस का कोलाज इतने लुभावने और रीयलिस्टिक तरीके से पेश किया गया. जहां सभी दर्शकों को लगा मानो वे स्वयं ‘श्वेत एवं श्याम‘ फिल्मों के युग में पहुंच गए।

प्रस्तुति में भारत में फिल्मों निर्माण प्रक्रिया के आरम्भ से लेकर रंगीन फिल्मों के निर्माण तक की दास्तां बडे ही रोचक ढंग से पेश की गई। बीते दौर के प्रसिद्ध गानों को मंच पर उसी परिवेश और वेशभूषा में अभिनीत किया गया तो सभी दर्शक झुमने और गुनगुनाने लगे। कार्यक्रम के दौरान ‘‘अजीब दास्तां हैं ये, मैं नदियां फिर भी प्यासी, आवारा हूँ या गर्दिश में हूँ, हाल कैसा है जनाब का, जा जा बेवफा कैसा प्यार कैसी प्रीत रे, वक्त ने किया क्या हसीं सितम, हम हैं राही प्यार के हम से कुछ ना बोलिए, आदि गानों की बानगी पेश की। फिल्मों की इस जर्नी में बॉलीवुड फिल्मों के लैण्डमार्क माने जाने वाले अभिनेताओं एवं निर्देशकों को शामिल किया गया।

इस दौरान दर्शक ना केवल केएल सहगल, बिमल रॉय, वी. शांताराम, गुरुदत्त बल्कि स्टाइलिश देव आनंद, ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार, शोमैन राज कपूर, ब्यूटीफुल मधुबाला, क्लासिक मीना कुमारी और ‘याहू‘ शम्मी कपूर की अभिनय एवं निर्देशन क्षमता से रूबरू हुए। कार्यक्रम के दौरान एंकर की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुई। एंकर ने बेहद दिलचस्प तरीके से फिल्मों से जुडी रोचक कहानियां श्रोताओं से साझा की। शो में एंकरिंग राहुल सोलपूरकर ने की जबकि गायकों में धवल चांदवडकर, जितेंद्र अभ्यंकर, स्वरदा गोडबोले एवं दीपिका दातार शामिल थे।

बता दे कि इस तीन दिवसीय उत्सव ‘विविधा‘ के तहत में थिएटर, संगीत और सिने स्टोरी के कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें बड़ी संख्या में कला एवं संगीत प्रेमियों ने शिरकत की.Conclusion:...
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