जयपुर. बारिश का मौसम जहां प्रकृति और लोगों के लिए खुशहाली लेकर आता है तो वहीं इस दौरान अनेक तरह की समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं. जिनका सामना पुलिसकर्मियों द्वारा बखूबी किया जाता है. सड़क पर चल रहे दो पहिया वाहन चालकों के सामने सबसे बड़ी समस्या बारिश के मौसम के दौरान उत्पन्न होती हैं. जब अचानक से तेज बारिश शुरू हो जाए तो हर कोई शेल्टर ढूंढने लगता है. ऐसी परिस्थिति में भी ट्रैफिक पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ बारिश में भीगते हुए मोर्चा संभाले रहते हैं और यातायात का संचालन सुगम बना रहे हैं.
इसके साथ ही ऐसे स्पॉट जहां पर पानी का भराव हो जाता है. वहां पर खड़े रहना और ट्रैफिक का सुगम संचालन करना सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के सामने होती है. राजधानी जयपुर की करें तो यहां जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऐसे 10 प्रमुख स्थान चिन्हित किए गए हैं, जहां पर बारिश के दौरान ट्रैफिक संचालन को लेकर अनेक तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. यह समस्या हेवी ट्रैफिक और जलभराव से संबंधित है, जिन्हें दूर करने का हर संभव प्रयास जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर करने का प्रयास भी किया जा रहा है.
इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा भी जयपुर ट्रैफिक में कार्यरत तमाम जवानों और पुलिसकर्मियों को सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं. जिसमें कहा गया है कि वह विशेषकर बारिश के बाद राजधानी की सड़कों पर उत्पन्न होने वाली यातायात व्यवस्थाओं के मद्देनजर पूरी मुस्तैदी के साथ अपने पॉइंट पर हर तरह की परिस्थिति में तैनात रहें.
जयपुर में चिन्हित किए गए रेन स्पॉट...
बारिश के बाद राजधानी जयपुर के ऐसे कुछ प्रमुख मार्क हैं जहां पर जलभराव के चलते यातायात का संचालन बेहद तनावपूर्ण हो जाता है. इसके साथ ही कुछ स्थान ऐसे भी हैं जहां पर बारिश रुकने के बाद एकाएक सड़क पर यातायात दबाव बढ़ने के चलते यातायात का संचालन तनावपूर्ण हो जाता है. ऐसे रेन स्पॉट को चिन्हित करने के बाद वहां पर होने वाली समस्याओं का निदान करने का पूरा प्रयास भी किया जा रहा है.
- खासा कोठी चौराहा
- विश्वकर्मा 14 नंबर पुलिया
- कलेक्ट्रेट सर्किल
- जल महल रोड
- ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा
- वीटी रोड चौराहा
- ढहर के बालाजी रोड
- करतारपुरा रोड
- गांधी पथ
- खातीपुरा रोड
इन समस्याओं को करना पड़ता है सामना...
जयपुर ट्रैफिक पुलिस में तैनात एएसआई नरेश सिंह ने बताया कि बारिश के दौरान जलभराव होने पर ट्रैफिक का संचालन करना एक बहुत बड़ी चुनौती होता है. हालांकि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बरसाती और छाता प्रशासन की तरफ से मुहैया करवाया जाता है. वहीं जिस स्थान पर जल भराव होता है वहां पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपने कपड़ों को ऊपर कर चप्पल पहने पानी में उतर कर ट्रैफिक संचालन को सुगम बनाने में लगे रहते हैं.
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इसके साथ ही बारिश के रुकते ही सड़क पर अचानक से यातायात दबाव बढ़ जाता है और ऐसे में यदि ट्रैफिक पुलिसकर्मी पॉइंट पर तैनात ना हो तो 5 मिनट की भूल के चलते 2 घंटे तक जाम की स्थिति बनी रहती है. ऐसे में वाहन चालकों की भी एक जिम्मेदारी होती है कि वह पॉइंट पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी का ट्रैफिक संचालन में सहयोग करें और धीरे-धीरे आगे बढ़ते रहें.
ट्रैफिक व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने के लिए किए जा रहे प्रयास...
डीसीपी ट्रैफिक आदर्श सिंधु ने बताया कि बारिश के मौसम में राजधानी के जिन स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है. ऐसे स्थानों को चिन्हित करने के बाद वहां पर जनरेटर और पंप की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही पॉइंट पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को रेनकोट, छाता और बड़े छाते भी उपलब्ध करवाए गए हैं ताकि बारिश और तूफान से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का बचाव किया जा सके.
इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठककर जलभराव वाले स्थानों पर तुरंत राहत पहुंचाकर यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने की व्यवस्था भी की गई है. इसके साथ ही बारिश के चलते कई पॉइंट पर ट्रैफिक सिग्नल काम करना बंद कर देते हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए टेक्निकल टीम द्वारा उन्हें तुरंत सुधारने के निर्देश भी दिए गए हैं.