जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गरुवार को तीन दिन के महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के बाद जयपुर लौटे. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश को राष्ट्रवाद और धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है. हमारी लड़ाई ना बीजेपी से है और न ही आरएसएस से है, हमारी लड़ाई नीतियों से है.
राष्ट्रवाद के नाम पर किया जा रहा गुमराह
सीएम गहलोत ने कहा कि जनता को राष्ट्र वाद के नाम पर गुमराह किया जा रहा है. सत्ता में होने के बावजूद डेमोक्रेसी के अंदर विपक्ष की भावनाओं का भी आदर करना पड़ता है, विपक्ष क्या सोचता है उसको भी तवज्जो देनी पड़ती है. जबकि इनकी सोच फासिस्ट है. इनको मतलब नहीं कि पब्लिक क्या सोचती है. दूसरी राजनीतिक पार्टियों के क्या विचार हैं. इनके लिए विपक्ष के मायने कुछ नहीं हैं. राष्ट्रवाद और धर्म के नाम पर भाजपा की राजनीति चल रही है. जबकि लड़ाई विचारधारा, नीतियों और कार्यक्रमों के आधार पर होनी चाहिए.
परिवारवाद पर किया हमला
सीएम गहलोत ने परिवारवाद पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी में परिवारवाद नहीं है क्या , कोई परिवार का सदस्य राजनीति में आना चाहे तो उसे नहीं रोक सकते. डेमोक्रेसी में किसी को आप रोक नहीं सकते जनता राजनेता चुनती है, जनता जैसे चाहे चुने, जिसे चाहे बाहर का रास्ता दिखाए यह डेमोक्रेसी है.