जयपुर. कोरोना काल में ठप हुए सोडाला और झोटवाड़ा एलिवेटेड के काम को अब दोबारा गति दी जा रही है. जेडीए ने सोडाला एलिवेटेड के लिए नया लक्ष्य निर्धारित करते हुए कांट्रेक्टर से 31 दिसंबर तक इसे पूरा करने का लिखित कमिटमेंट लिया है. वहीं, झोटवाड़ा एलिवेटेड के काम को गति देने में फिलहाल दुकानों की शिफ्टिंग रोड़ा बना हुआ है.
पढ़ें- 15-20 साल मुझे कुछ नहीं होगा, किसी को दुखी होना है तो हो, सरकार पूरे 5 साल चलेगी - अशोक गहलोत
शहर की राह आसान बनाने के लिए सोडाला एलिवेटेड और झोटवाड़ा एलिवेटेड के प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे, जिनकी डेडलाइन बीत जाने के बाद जेडीए प्रशासन ने इन प्रोजेक्ट की नई डेडलाइन जारी की थी. साल 2016 में शुरू हुए सोडाला एलिवेटेड प्रोजेक्ट की डेडलाइन अक्टूबर 2018 थी, जिसकी अब दिसम्बर 2021 नई डेडलाइन निर्धारित की गई.
वहीं, झोटवाड़ा एलिवेटेड का काम 2022 तक पूरा होने का दावा किया गया है. इस संबंध में जेडीसी गौरव गोयल ने बताया कि सोडाला एलिवेटेड के कॉन्ट्रेक्टर से जुड़े प्रकरण को निस्तारित कर दिया गया है. यहां युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. 31 दिसंबर तक इस काम को पूरा कर लिया जाएगा. इसे लेकर कांट्रेक्टर ने लिखित में कमिटमेंट किया है.
झोटवाड़ा में पानीपेच की तरफ फौजी कच्ची बस्ती को शिफ्ट कर जगह कांट्रेक्टर को उपलब्ध करा दी गई है. कालवाड़ रोड पर दुकानों की शिफ्टिंग के तहत 450 दुकानों की लॉटरी निकाल कर आवंटन किया जा चुका है. उसका कैंप लगाया रहा है, जिसमें अब तक 97 आवेदन पत्र प्राप्त हुए. जैसे ही दुकानें शिफ्ट होंगी, कालवाड़ रोड की तरफ भी काम द्रुतगति से पूरा कराया जाएगा.
जेडीए के इस दावे को धरातल पर उतारने के लिए अभियांत्रिकी शाखा के अधिकारी नियमित इन प्रोजेक्ट का निरीक्षण कर काम समय सीमा में पूर्ण करने की कवायद में जुटे हैं. साथ ही कालवाड़ रोड के दुकानदारों को जिस नवसृजित योजना में शिफ्ट किया जा रहा है, वहां आवश्यक मूलभूत सुविधाओं (सड़क, बिजली, पानी, स्ट्रीट लाइट और पार्क) के लिए प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है.