जयपुर. शहर के परकोटे और भीड़ भरे बाजारों के बीच भूमिगत सुरंग और स्टेशनों का निर्माण जयपुर मेट्रो के लिए एक बड़ी चुनौती थी. हालांकि इस चुनौती पर पार पा लिया गया है और बीते साल शहर वासियों को भूमिगत मेट्रो की सौगात भी मिल गई. बड़ी चौपड़ से मानसरोवर तक चल रही जयपुर मेट्रो 26 मिनट में 11.3 किलोमीटर का सफर तय कर रही है, लेकिन अब शहर वासियों को 20 मेट्रो स्टेशन के साथ सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक लाइट मेट्रो संचालित होने का इंतजार है. हालांकि जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने अब मेट्रो फेज-1 C-पार्ट का भी शहर वासियों को सपना दिखा दिया है.
मेट्रो फेज 1-B पार्टी यानी भूमिगत मेट्रो के शुरू होने के बाद परकोटा वासियों को खासी राहत मिली है. साथ ही उन लोगों को भी फायदा हुआ है जो मानसरोवर जैसे आउटर एरिया से परकोटे में व्यवसाय या खरीदारी के लिए पहुंचते हैं. वहीं अब लोगों को फेज 2 का भी इंतजार है. फेज 2 की तीन बार डीपीआर तैयार की जा चुकी है, लेकिन शहरवासियों का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है. इस पर ईटीवी भारत से मेट्रो एमडी मुकेश सिंगल ने खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि फेज-2 सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक करीब 24 किलोमीटर का रूट है, उसकी डीपीआर दिल्ली मेट्रो से बनवाकर आम जनता के सुझाव और शिकायतों के लिए जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर डाल दिया गया है. जल्द ही इसे सरकार के समक्ष रखा जाएगा.
बीते साल मेट्रो की बोर्ड बैठक में मेट्रो फेज 1-C और D पार्ट पर भी चर्चा की गई थी. ऐसे में अब मेट्रो प्रशासन द्वारा मेट्रो फेज 1-C पार्ट की डीपीआरपी तैयार कर ली गई है. इस संबंध में मुकेश सिंघल ने बताया कि बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर का अंडरग्राउंड कॉरिडोर वर्तमान कॉरिडोर का ही एक्सटेंशन है. इसकी डीपीआर भी दिल्ली मेट्रो से बनवा ली गई है. 870 करोड़ की इस डीपीआर को भी आम जनता के सुझाव और शिकायत के लिए मेट्रो की वेबसाइट पर प्रेषित किया गया है. इस संबंध में भी सरकार के आदेशों के अनुसार काम किया जाएगा.
बहरहाल, मेट्रो फेज 2 और फेज 1 C पार्ट की डीपीआर तैयार है. आम जनता से सुझाव और शिकायत के लिए इसे मेट्रो की साइट पर सार्वजनिक भी किया गया है. इंतजार है सरकार के निर्देशों का और उसके बाद जयपुर में 2 नए रूट पर मेट्रो का काम शुरू होता नजर आएगा.