जयपुर. राजधानी जयपुर के महिला अस्पताल में बीते दिनों रेजिडेंट डॉक्टर साक्षी गुप्ता के आत्महत्या को एक महीना बीत गया है. लेकिन कॉलेज प्रशासन और पुलिस अभी तक कोई सबूत नहीं जुटा पाई है. वहीं आरोपी खुले में घूम रहा है.
मामले में मृतका साक्षी के पिता सुमेश गुप्ता ने पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर अस्पताल के सीनियर डॉक्टर पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि कॉलेज प्रशासन ने उनके मौके पर पहुंचने से पहले ही सारे सबूत मिटा दिए थे. गुप्ता ने कहा है कि सीनियर डॉक्टर द्वारा साक्षी को मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा था. साक्षी से लगातार 36 घंटे काम करवाया जा रहा था, जिसके चलते साक्षी ने आत्महत्या की है.
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साक्षी के पिता सुमेश गुप्ता का कहना है कि बेटी को इससे पहले कई बार सीनियर्स द्वारा प्रताड़ित किया गया है. जिसको लेकर अक्सर वह घर वालों को भी बताती रहती थी. गुप्ता ने कहा कि आत्महत्या के दौरान कमरे में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और ना ही कोई सबूत. मृतका के परिवार वालों ने अस्पताल प्रशासन पर सबूत मिटाए जाने के आरोप लगाए है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अभी तक एक भी आरोपी डॉक्टर पर कार्यवाही नहीं कि है और ना ही पुलिस ने डॉक्टर से पूछताछ की है. साक्षी के पिता ने कहा कि पुलिस और मेडिकल कॉलेज प्रशासन मामले को दबाने का प्रयास कर रहे है. उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.