जयपुर. प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में परिवहन विभाग एक मुख्य विभाग है. परिवहन विभाग को राज्य सरकार के द्वारा पांचवें नंबर का दर्जा भी दिया गया है. ऐसे में परिवहन विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 6000 करोड़ का राजस्व लक्ष्य भी हासिल करना है, लेकिन विभाग अभी अपने राजस्व लक्ष्य को लेकर काफी पीछे चल रहा है. जिसे लेकर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास काफी चिंतित नजर आ रहे हैं.
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सोमवार को प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्रदेश के सभी आरटीओ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की. इस दौरान परिवहन मंत्री ने उन अधिकारियों को फटकार लगाई, जो अपने राजस्व लक्ष्य में पीछे चल रहे हैं. खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अभी कोविड-19 का समय चल रहा है. ऐसे में रेवेन्यू काफी कम आया है. बीते दिनों भी सरकार के द्वारा बस ऑपरेटर्स को राहत दी गई थी और उनका टैक्स भी माफ किया गया था. इसके साथ ही अभी वाहनों की बिक्री में कमी भी दर्ज की जा रही है.
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परिवहन विभाग को काफी हद तक राजस्व वाहनों की बिक्री से ही प्राप्त होता है. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद केवल सड़कों पर खड़े होकर चालान करना नहीं है. आमजन को राहत देना भी परिवहन विभाग की ही जिम्मेदारी है, क्योंकि यह जनता से जुड़ा हुआ डिपार्टमेंट है. वहीं, परिवहन मंत्री ने दावा किया कि पिछले साल की तुलना में इस बार राजस्व लक्ष्य कम नहीं रहेगा. परिवहन विभाग अपने राजस्व लक्ष्य को अर्जित भी करेगा और राजस्थान सरकार को राजस्व भी लाकर देगा.