जयपुर. रामगंज थाना इलाके में सोमवार को हाजी रफअत अली खान के निधन के बाद निकाले गए जनाजे में कोविड प्रोटोकॉल की अवहेलना की गई. उसे लेकर अब जयपुर पुलिस और क्षेत्रीय विधायक आमने-सामने हो गए हैं. पूरे प्रकरण में क्षेत्रीय विधायक सहित 11 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई है, जिसकी जांच पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है.
एक ओर क्षेत्रीय विधायक रफीक खान ने जनाजे में भीड़ इकट्ठा होने के पीछे जयपुर पुलिस का फेलियर बताया है. दूसरी ओर अब जयपुर पुलिस भी क्षेत्रीय विधायक पर दोष मढ़ रही है. इस पूरे प्रकरण पर डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख का कहना है कि जनाजे में भीड़ इकट्ठा ना हो, इसे रोकने के लिए जयपुर पुलिस की ओर से हाजी रफअत अली के घरवालों से लगातार समझाइश की गई. वीडियो के माध्यम से भी लोगों से जनाजे में शामिल नहीं होने की अपील की गई लेकिन इसके बावजूद भी जनाजे में भीड़ इकट्ठा हो गई. लोगों से विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से समझाइश करने के बावजूद भी मौके पर काफी लोग इकट्ठा हो गए. जिसके चलते क्षेत्रीय विधायक रफीक खान सहित अन्य लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम और धारा 144 के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया गया है.
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डीसीपी नॉर्थ देशमुख का कहना है कि यदि क्षेत्रीय विधायक की ओर से पॉजिटिव वे में लीडरशिप की जाती तो जो स्थिति सोमवार को जनाजे के दौरान उत्पन्न हुई, वह नहीं होती. इसके साथ ही परिस देशमुख ने कहा कि जनाजे में वह स्वयं भी मौजूद थे. उन्होंने कुछ लोगों को रोका भी लेकिन उसके बावजूद भी बड़ी संख्या में लोग जनाजे में शामिल हुए. उन तमाम लोगों की वीडियोग्राफी पुलिस के पास है. पुलिस की ओर से लोगों को आईडेंटिफाई कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.