जयपुर. राजधानी में सक्रिय ऐसे बदमाश जो विभिन्न तरह की आपराधिक वारदातों में लिप्त हैं और जिन्होंने आमजन का जीना दूभर कर रखा है, उनके खिलाफ जयपुर पुलिस सख्त एक्शन ले रही है. अलग-अलग तरह की आपराधिक वारदातों में शामिल बदमाशों के खिलाफ जयपुर पुलिस सख्त एक्शन लेते हुए उन्हे जिला बदर (Jaipur police action Against gangsters) कर रही है.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के नॉर्थ जिले में सर्वाधिक कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पिछले डेढ़ साल में 145 बदमाशों को जिला बदर किया है. डीसीपी नॉर्थ पांरिस देशमुख ने बताया कि हाल ही में जिला बदर किए गए दो बदमाशों के फिर से जयपुर शहर में आने की सूचना मिली थी. जिसपर पुलिस ने उन्हे तुरंत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. अब उन बदमाशों के खिलाफ और सख्त एक्शन लिया जा रहा है. बता दें कि जिला बदर किए जाने के बावजूद भी शर्तों का उल्लंघन कर जयपुर पहुंचे बदमाशों के खिलाफ राजस्थान गुंडा अधिनियम 1975 की धारा 10 के तहत पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर जेल भिजवाया है.
6 माह के लिए किया जाता है जिला बदर: ऐसे शातिर बदमाश जो लगातार आपराधिक वारदातों में लिप्त रहते हैं, उनके खिलाफ तमाम अपराध के रिकॉर्डोंं की एक फाइल कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष स्पीडी ट्रायल के तहत पेश की जाती है. इसके बाद कोर्ट बदमाशों का तमाम आपराधिक रिकॉर्ड देखने के बाद गुंडा एक्ट के तहत उन्हें गुंडा घोषित करता है. जिसके बाद अदालत उन्हे 6 महिने के लिए जिला बदर करने के आदेश देती है. जिला बदर होने के बाद संबंधित बदमाश को जिस जिले में भेजा जाता है, उसे हर सप्ताह उस जिले के संबंधित थाने में जाकर हाजिरी देनी पड़ती है. इसके साथ ही दूसरे जिले की पुलिस भी उस बदमाश की तमाम गतिविधियों पर अपनी नजरे रखती है.
जयपुर के बदमाशों को इन जिलों में किया गया जिला बदर: डीसीपी नॉर्थ पारिस देशमुख ने बताया कि अब तक पुलिस 145 बदमाशों को जिला बदर कर चुकी है. जयपुर के बदमाशों को जिला बदर करने के बाद हनुमानगढ़, गंगानगर, अजमेर, दौसा, कोटा, उदयपुर, अलवर सहित अन्य जिलों में 6 माह की अवधि के लिए भेजा गया है. इसके साथ ही अन्य बदमाशों को आईडेंटिफाई करने के बाद उनके खिलाफ भी न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि गुंडा एक्ट के तहत बदमाशों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें भी जिला बदर कराया जा सके. जिला बदर करने के बाद बदमाशों का नेटवर्क कम हो (Jila badar by Jaipur Police ) जाता है. साथ ही आमजन को भी बदमाशों से राहत मिल पाती है.