जयपुर. राजधानी में लगातार बढ़ रहे साइबर ठगी के प्रकरणों को देखते हुए जयपुर पुलिस लगातार आमजन को जागरूक करने का प्रयास कर रही है. जयपुर पुलिस के आला अधिकारियों की ओर से आमजन से अपील की जा रही है कि किसी भी तरह के प्रलोभन में आकर अपने बैंक खाते, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की गोपनीय जानकारी साझा ना करें और ठगी का शिकार होने से बचे. इसके साथ ही साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत इसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाने और संबंधित बैंक को देने के लिए भी लोगों को जागरुक किया जा रहा है.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि यदि किसी भी व्यक्ति के बैंक खाते, डेबिट या क्रेडिट कार्ड और ई-वॉलेट से रुपयों का ट्रांजैक्शन होता है तो साइबर ठगी का शिकार होने वाले व्यक्ति को बिना समय गंवाए इसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाने और संबंधित बैंक को देनी चाहिए. ऐसा करने से ठगी गई राशि को साइबर ठग के खाते में जाने से रोका जा सकता है और उस राशि को फिर से धारक के खाते में जमा करवाया जा सकता है.
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साइबर ठगी के जितने भी मामले सामने आ रहे हैं उनमें से अधिकांश मामले ठगों द्वारा लॉटरी निकलने का झांसा देकर या अन्य प्रलोभन देकर लोगों को अपने झांसे में लिया जा रहा है और फिर उनके खातों से लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन किया जा रहा है. जिसे देखते हुए जयपुर पुलिस की ओर से आमजन से ठगों के किसी भी तरह के प्रलोभन में ना आने और अपनी मेहनत की कमाई को ना गंवाने की अपील की जा रही है.