जयपुर. रविवार को प्रदेश भर में जनता कर्फ्यू का असर देखने को मिला. कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जनता कर्फ्यू के ऐलान के बाद आमजन ने इसका समर्थन किया है. साथ ही राजस्थान सरकार की ओर से किए गए लॉक डाउन को भी जनता ने काफी सराहा है.
राजस्थान सरकार की ओर से किए गए लॉक डाउन और जनता कर्फ्यू के दौरान प्रदेशभर के सभी मॉल्स, दुकाने, फैक्ट्रियां पब्लिक ट्रांसपोर्ट, होटल, ढाबे सहित सभी खानपान की दुकानें भी बंद रही.
जनता कर्फ्यू और लॉक डाउन के चलते लोगों को खाने के लिए होटल, रेस्टोरेंट सहित कोई भी खानपान की दुकानें खुली नहीं मिली. ऐसे में राजधानी में रविवार को पुलिस का सराहनीय कार्य देखने को मिला. बड़ा चौक थाना पुलिस की ओर से जनता कर्फ्यू के दौरान भूखे लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए गए. फुटपाथ और सड़कों पर रहने वाले लोगों को माणक चौक थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने खाने के पैकेट तैयार करवा कर वितरित किए.
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माणक चौक थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से किया गया लॉक डाउन जनहित के लिए एक बेहतरीन प्रयास है. जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हो सके. लॉक डाउन और जनता कर्फ्यू के बीच दैनिक मजदूरी करने वाले और खानाबदोश लोगों को पुलिस की ओर से भोजन के पैकेट बांटे गए हैं. जिससे कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे.
पुलिस के गाड़ी में खाने के पैकेट रखकर शहर की सड़कों सहित फुटपाथ पर रहने वाले खानाबदोश और दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के चलते इसी तरह 31 मार्च तक भूखे लोगों को भोजन पहुंचाने का प्रयास पुलिस की ओर से किया जाएगा. थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने ईटीवी भारत के माध्यम से अपील करते हुए कहा कि कहीं पर भी कोई गरीब या खानाबदोश भूखे मिले तो उनको भोजन पहुंचाएं. जिससे लॉक डाउन की स्थिति में कोई भी भूखा नहीं सोए. कोरोना वायरस से हमें लड़ना है लेकिन मानवता को भी जिंदा रखना है.
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माणक चौक एसीपी अशोक चौहान ने बताया कि पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है. पुलिस की ओर से लगातार निगरानी की जा रही है. जिससे किसी भी प्रकार से कोई अफवाह नहीं फैलाए. साथ ही भूखे लोगों को खाना खिलाने की भी एक कोशिश की गई है. जहां पर सड़कों पर रहने वाले लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए गए. जिससे जनता कर्फ्यू के बीच कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहे.