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ज्वैलर प्रकाश चोपड़ा अपहरण से मुक्त, विक्रम गुर्जर सहित 3 आरोपी गिरफ्तार

जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने अपर्हत व्यापारी के केस का खुलासा करते हुए बताया कि एक आरोपी को जयपुर और दो आरोपियों को सीकर के नेछवा थाना इलाके से गिरफ्तार कर अपर्हत व्यापारी को छुड़ा लिया गया है.

जयपुर न्यूज, jaipur news
अपहरण के हाईप्रोफाइल मामले का पर्दाफाश
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Published : Mar 12, 2020, 11:45 PM IST

जयपुर. जिला पुलिस कमिश्नरेट ने अपहरण के एक हाईप्रोफाइल मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के चंगुल से अपर्हत व्यापारी को छुड़ाया है. आरोपियों ने अपहरण के बाद व्यापारी के परिजनों से छोड़ने की एवज में पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी.

दरअसल, एक दिन पहले शहर के बजाज नगर इलाके में रहने वाले ज्वैलर प्रकाश चोपड़ा का अपहरण हुआ था. अपहरण के बाद शाम के वक्त व्यापारी के परिजनों के पास अपहरणकर्ताओं का फोन आया, जिसमें उन्होंने फोन पर पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी.

अपहरण के हाईप्रोफाइल मामले का पर्दाफाश

इस धमकी भरे फोन के बाद अपर्हत व्यापारी के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए एक आरोपी को जयपुर और दो आरोपियों को सीकर के नेछवा थाना इलाके से गिरफ्तार कर अपर्हत व्यापारी को छुड़ाया.

ये पढ़ेंः कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी होंगे राज्यसभा के लिए उम्मीदवार

मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि वारदात के बाद जानकारी में सामने आया कि विक्रम गुर्जर जो सीकर जिले का रहने वाला है, वह कुछ दिनों से मौसेरे भाई राकेश गुर्जर के साथ गोपालपुरा बाईपास पर एक पीजी का संचालन का रहा है.

इस दौरान उनको लगा कि पीजी मालिक प्रकाश चौपड़ा एक अमीप व्यक्ति है. दोनों ने साजिश रचते हुए मित्र हरीश सिंह उर्फ हर्ष राजपूत को साथ लेकर अपार्टमेंट की रैकी करवाई, जिसके बाद तीनों ने योजनानुसार पीजी मालिक और व्यापारी प्रकाश चौपड़ा को फोन कर पीजी पर बुलाया और चौपड़ा के हाथ पैर बांधकर और मुंह पर टेप लकार कट्टे में बांधकर गाड़ी में डाल दिया और इसके बाद शिवदासपुरा इलाके में ले गये, जहां से उन्होनें व्यापारी के परिजनों को फोन कर पांच करोड़ रूपए की फिरौती मांगी.

ये पढ़ेंः किसान महापड़ाव: अब तक 22 किसानों ने ली भूमि समाधि, 221 सामूहिक अनशन पर

फिरौती मांगने के बाद पकड़े जाने के डर से विक्रम गुर्जर नाम का आरोपी वापस पीजी में आ गया. पुलिस थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले विक्रम को दबोचा. उसके बाद पुलिस ने विक्रम से पूछताछ कर उसकी निशानदेही पर सीकर जिले के नेछवा इलाके में एक सूनसान जंगल में पहुंची. जहां पुलिस ने हाथ पैर बांधकर रखे गये पीड़ित व्यापारी को आरोपियों के चंगुल से मुक्त करवाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है. फिलहाल बजाज नगर थाना पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

जयपुर. जिला पुलिस कमिश्नरेट ने अपहरण के एक हाईप्रोफाइल मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के चंगुल से अपर्हत व्यापारी को छुड़ाया है. आरोपियों ने अपहरण के बाद व्यापारी के परिजनों से छोड़ने की एवज में पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी.

दरअसल, एक दिन पहले शहर के बजाज नगर इलाके में रहने वाले ज्वैलर प्रकाश चोपड़ा का अपहरण हुआ था. अपहरण के बाद शाम के वक्त व्यापारी के परिजनों के पास अपहरणकर्ताओं का फोन आया, जिसमें उन्होंने फोन पर पांच करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी.

अपहरण के हाईप्रोफाइल मामले का पर्दाफाश

इस धमकी भरे फोन के बाद अपर्हत व्यापारी के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए एक आरोपी को जयपुर और दो आरोपियों को सीकर के नेछवा थाना इलाके से गिरफ्तार कर अपर्हत व्यापारी को छुड़ाया.

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मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि वारदात के बाद जानकारी में सामने आया कि विक्रम गुर्जर जो सीकर जिले का रहने वाला है, वह कुछ दिनों से मौसेरे भाई राकेश गुर्जर के साथ गोपालपुरा बाईपास पर एक पीजी का संचालन का रहा है.

इस दौरान उनको लगा कि पीजी मालिक प्रकाश चौपड़ा एक अमीप व्यक्ति है. दोनों ने साजिश रचते हुए मित्र हरीश सिंह उर्फ हर्ष राजपूत को साथ लेकर अपार्टमेंट की रैकी करवाई, जिसके बाद तीनों ने योजनानुसार पीजी मालिक और व्यापारी प्रकाश चौपड़ा को फोन कर पीजी पर बुलाया और चौपड़ा के हाथ पैर बांधकर और मुंह पर टेप लकार कट्टे में बांधकर गाड़ी में डाल दिया और इसके बाद शिवदासपुरा इलाके में ले गये, जहां से उन्होनें व्यापारी के परिजनों को फोन कर पांच करोड़ रूपए की फिरौती मांगी.

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फिरौती मांगने के बाद पकड़े जाने के डर से विक्रम गुर्जर नाम का आरोपी वापस पीजी में आ गया. पुलिस थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले विक्रम को दबोचा. उसके बाद पुलिस ने विक्रम से पूछताछ कर उसकी निशानदेही पर सीकर जिले के नेछवा इलाके में एक सूनसान जंगल में पहुंची. जहां पुलिस ने हाथ पैर बांधकर रखे गये पीड़ित व्यापारी को आरोपियों के चंगुल से मुक्त करवाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है. फिलहाल बजाज नगर थाना पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

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