जयपुर. राजधानी में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों में कमी लाने के लिए और राजधानी की यातायात व्यवस्था को एक आदर्श यातायात व्यवस्था बनाने की दिशा में जयपुर ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने एक निजी कंपनी के सहयोग से सेमिनार का आयोजन किया. सेमिनार में मिनी बस ऑपरेटर व चालकों को शामिल किया गया. सेमिनार के माध्यम से सड़क हादसों को रोकने के लिए मंथन किया गया और इसके साथ ही सड़क हादसों के पीछे के कारणों को लेकर चिंतन किया गया.
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सेमिनार में डीजीपी एमएल लाठर, परिवहन आयुक्त रवि जैन, पूर्व डीजीपी कपिल गर्ग, पूर्व डीजी जेल एनआरके रेडी, पूर्व मुख्य सचिव राजीव स्वरूप और अशोक जैन सहित अनेक अधिकारियों ने शिरकत की. डीजीपी एमएल लाठर ने कहा कि राजस्थान की सड़कों पर घटित होने वाले हादसे बेहद गंभीर हैं और लोगों में जागरूकता की कमी के चलते ही ज्यादातर सड़क हादसे घटित होते हैं. सड़क हादसों में कमी लाने के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए ही सेमिनार का आयोजन किया गया है.
सेमिनार के माध्यम से ही आमजन को भी अपने साथ जोड़कर कर यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाएगा. वहीं लाठर ने कहा कि सड़क पर चलते वक्त वाहन चालक को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. ऐसा करके दूसरों के साथ ही खुद की जिंदगी की भी सुरक्षा की जा सकती है. पूर्व डीजीपी कपिल गर्ग ने बताया कि राजस्थान में प्रतिवर्ष 1300 लोग सड़क हादसों का शिकार होते हैं. अधिकांश हादसे चालकों की लापरवाही के चलते घटित होते हैं. ऐसे में सेमिनार के माध्यम से यातायात व्यवस्था के बिगड़े हालातों को सुधारने की एक पहल की जा रही है.