जयपुर. राजधानी के शहीद स्मारक पर 31 जैन बंधु रविवार से अनिश्चतकालीन सामूहिक उपवास पर बैठ गए हैं. संयुक्त जैन समाज संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में शुरू हुए धरने पर अनोखे तरीके से धार्मिक भजनों के जरिए सरकार का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश की जा रही है. इनकी मांगे हैं कि महावीर जयंती के दिन आयोजित होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट की तिथि में बदलाव किया जाए.
उपवास पर बैठे एडवोकेट पूनमचंद भंडारी ने कहा कि 25 अप्रैल को जैन समुदाय का एकमात्र राष्ट्रीय पर्व महावीर जयंती सरकार की ओर से सार्वजनिक अवकाश घोषित होने के बावजूद भी इस दिन रीट परीक्षा 2021 का आयोजन किया जा रहा है, जिससे जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के प्रति आस्था रखने वाले शिक्षक और अभ्यर्थियों की भावनाएं आहत हुई हैं, जिसके चलते 31 जैन बंधु ने रविवार को अन-जल का त्याग किया है और मांग नहीं मानी गई, तब तक रोजाना 11 लोग अहिंसात्मक उपवास पर बैठेंगे.
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दरअसल, राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने 25 अप्रैल को रीट एग्जाम की तारीख निर्धारित की है और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी साफ कर दिया है कि रीट की परीक्षा उसी दिन होगी और अभ्यर्थी किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. ऐसे में जैन समाज ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि समाज को बदनाम करने को लेकर सोची समझी साजिश के तहत महावीर जयंती की तारीख पर एग्जाम रखकर राज्य सरकार ने ना केवल समाज के धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है, बल्कि अहिंसा के पुजारीयों के साथ भी खिलवाड़ कर रही हैं.