जयपुर. कोरोना ने देश के गरीब लोगों को पूरी तरह असहाय बना दिया है, लेकिन अब इनकी सहायता के लिए सैकड़ों हाथ उठ रहे हैं. इन्हीं में अब निगम प्रशासन भी जुड़ गया है. सामाजिक संस्थाएं और एनजीओस के साथ-साथ अब जयपुर नगर निगम प्रशासन भी जरूरतमंदों को सूखा राशन और तैयार भोजन उपलब्ध करा रहा है. लॉकडाउन के बीच निगम जोन कार्यालय अपने क्षेत्र में भामाशाह और निगम कर्मचारियों की मदद से गरीब और बेसहारा लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था कर रहा है. इस काम में भामाशाहों के साथ-साथ निगम कर्मचारियों ने भी अपने वेतन का अंश दिया है. इसके अलावा जो लोग भोजन तैयार नहीं कर सकते ऐसे, गरीब और बेसहारा लोगों को दाल-चपाती या सब्जी-चपाती के तैयार फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं.
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की जंग में साफ-सफाई और सेनिटाइजेशन के काम के साथ-साथ, निगम प्रशासन हर दिन शहर में एक लाख से ज्यादा पैकेट वितरित करा रहा है. इसकी जिम्मेदारी जोन कार्यालयों को सौंपी गई है. शहर में चिन्हित 93 स्थानों पर अक्षय पात्र की रसोई में भोजन तैयार कर उसका वितरण किया जा रहा है. साथ ही जोन उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि, उनके क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए. इसके लिए जिला प्रशासन, स्वयंसेवी संस्थाओं और निगम के कंट्रोल रूम के माध्यम से जहां भी भोजन की आवश्यकता हो, वहां तत्काल भोजन उपलब्ध कराया जाए.
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वहीं आमेर जोन की बात की जाए तो यहां उन जरूरतमंदों तक भी सूखा राशन पहुंचाया जा रहा है, जो घर में भोजन तैयार कर सकते हैं. जोन उपायुक्त प्रियव्रत चारण ने बताया कि, सूखे राशन के पैकेट में 5 किलो आटा, 1 किलो दाल, आधा किलो तेल, एक पैकेट नमक, 100 ग्राम मिर्च, 100 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम धनिया और 1 किलो चावल पहुंचाए जा रहे हैं. उन लोगों की सूची तैयार की जा रही है, ताकि 4 से 5 दिन बाद दोबारा उनकी जरूरत पूरी की जा सके.