जयपुर. बाड़मेर रिफाइनरी में नौकरी लगाने का झांसा दे 17.50 लाख रुपये की ठगी का मामला (Fraud Case in Jaipur) सामने आया है. प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि तकरीबन डेढ़ वर्ष पहले अमित कुमार यादव अपने परिवार के साथ खाटूश्यामजी दर्शन के लिए गया था, जहां पर उसकी मुलाकात प्रदीप कुमार यादव नामक व्यक्ति से हुई. जिसने खुद को हरियाणा निवासी बताया और साथ ही बाड़मेर स्थित केन वेदानता रिफाइनरी में प्रोडक्शन मैनेजर के पद पर कार्यरत होना बताया.
इसके बाद दोनों ने अपने नंबर शेयर कर लिए और दोनों के बीच बातचीत होना शुरू हो गया. इसके बाद दोनों व्यक्तियों के परिवार एक दूसरे के घर पर आने-जाने लगे. जनवरी माह में अमित ने अपने बेटे के जन्मदिन पर प्रदीप को परिवार सहित घर पर आमंत्रित किया. प्रदीप ने जन्मदिवस पार्टी के दौरान वहां मौजूद अमित के रिश्तेदारों को बताया कि केन वेदानता रिफायनरी बाड़मेर में टेक्निकल वर्क की भर्ती होनी है. जिसे लेकर उसे 100 लोगों को नौकरी (Barmer Refinery) देने की जिम्मेदारी दी गई है.
नौकरी लगाने के लिए प्रति व्यक्ति सिक्योरिटी मनी के रूप में लिए 2.50 लाख : प्रदीप ने अमित के रिश्तेदारों को बताया कि नौकरी के लिए प्रति व्यक्ति 2.50 लाख रुपये सिक्योरिटी राशि लगेगी. यह राशि बाद में वापस दे दी जाएगी. इसके साथ ही ट्रेनिंग होगी, यूनिफार्म, वॉकी टॉकी, आईपैड, मोबाइल, लैपटॉप आदि सामान दिया जाएगा. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें नौकरी दे दी जाएगी.
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यह सुनकर अमित और उसके 6 रिश्तेदारों ने 2.50 लाख रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से 17.50 लाख रुपये प्रदीप के बैंक खाते में जमा (Job Fraud) करवा दिए. इसके बाद प्रदीप ने सभी 7 लोगों को वाट्सएप पर एक लिंक भेजकर केन वेदानता रिफायनरी बाड़मेर में ऑनलाइन एग्जाम दिलवाया और सभी को पास पर सक्सेसफुल का मैसेज ईमेल द्वारा भेजा. इसके बाद प्रदीप ने ट्रेनिंग करवाने के बाद सभी को घर भेज दिया और कहा कि उनके ज्वाइनिंग लेटर घर पहुंच जाएंगे.
प्रदीप ने अगस्त माह की शुरुआत में कुछ लोगों को फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर भेज दिया और जब वह लड़के नौकरी के लिए ज्वाइन करने पहुंचे तो पता चला कि प्रदीप कुमार यादव वेदानता रिफायनरी बाड़मेर में किसी भी पद पर कार्यरत नहीं है. साथ की उन्हें जो अपॉइंटमेंट लेटर भेजे गए हैं वह भी फर्जी हैं. इस पर जब प्रदीप से बात करनी चाही तो उसने अपने सभी मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए. इस तरह के ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित लोगों ने प्रदीप के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश करना शुरू किया है.