जयपुर. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने सोमवार को महत्वपूर्ण विभागों की समीक्षा बैठक ली. यादव ने शहर की कचरा प्रबन्धन व्यवस्था को नाकाफी बताते हुए निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिम्मेदार फर्म द्वारा कचरा नहीं उठाए जाने की स्थिति में उस पर पेनल्टी लगाई जानी चाहिए और अगर संविदा शर्त में इसका प्रावधान नहीं है तो उसका कॉन्ट्रैक्ट निरस्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जयपुर के नागरिकों को किसी अनुबंध फर्म की अनुकम्पा पर नहीं छोड़ा जा सकता. कचरा आवश्यकरूप से उसी दिन उठाया जाना चाहिए.
यादव ने बताया कि विषय की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन के सहायक कलक्टर, एसडीएम एवं अतिरिक्त कलक्टर स्तर तक के अधिकारियों को कचरा संग्रहण, परिवहन एवं निस्तारण व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए लगाया गया है. उन्होंने बताया कि वे स्वयं भी डोर टू डोर कचरा संग्रहण समेत अन्य व्यवस्थाएं देखने शहर में निकलेंगे एवं कॉलोनियों में आमजन से फीडबैक लेंगे.
बैठक में जिला कलक्टर ने चिकित्सा विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों को डेंगू प्रसार पर विषेष नजर रखने के निर्देष दिए हैं. उन्होंने कहा कि डेंगू का कोई भी मामला सामने आते ही दोनों विभाग हर दिन डेटा का आदान-प्रदान करें और इसकी रोकथाम के लिए त्वरित रूप से एंटी लार्वा गतिविधियां, सर्वे आदि करें.
यादव ने पिछले एक सप्ताह में फूड सेफ्टी अधिनियम के अन्तर्गत मात्र 6 नमूने लिए जाने पर नाखुशी जाहिर करते हुए नमूनों की सख्या बढाने के निर्देश दिए. उन्होंने एक सप्ताह में शहर में बिना अनुमति चल रहे मात्र 10 होटल-रेस्त्रां को नोटिस देने को भी नाकाफी मानते हुए इसके लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
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इसी प्रकार शहर में बिना पंजीयन चल रहे सैंकड़ों विवाह स्थलों के पंजीयन एवं उन पर फायर एनओसी समेत सभी आवश्यक सुरक्षा मानक सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए. बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम इकबाल खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर चतुर्थ अशोक कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर दक्षिण शंकरलाल सैनी, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए.