जयपुर. सांगानेर थाना इलाके में 4 नवंबर को गारमेंट फैक्ट्री से 35 लाख रुपए की कीमत का कपड़ा चुराने वाली गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस लगातार आोरपियों से पूछताछ कर रही है. जिसमें आरोपियों ने और भी कई अन्य वारदातों का खुलासा किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चुराया गया कपड़ा खरीदने वाले दुकानदार भी शामिल हैं. पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर यह इनपुट इकट्ठा किया कि चुराया गया कपड़ा किन दुकानदारों को बेचा गया है. उसके बाद पुलिस ने सबसे पहले उन दुकानदारों को हिरासत में लिया जिन्होंने चुराया गया कपड़ा खरीदा. दुकानदारों से पूछताछ कर बदमाशों का पता लगाया गया. फिर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया.
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पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों के अलावा चोरी का कपड़ा खरीदने वाले तीन दुकानदारों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गैंग के सरगना रामेश्वर शर्मा, दीपक सोनी, अशोक कुमार और मुकेश कुमार के साथ दुकानदार अफसर खान, रामप्रसाद और लेखराज को गिरफ्तार किया है. ये सभी बदमाश ऑटो से रैकी कर वारदात को अंजाम देते है. पुलिस की पूछताछ में इस बात इन बदमाशों ने खुलासा किया की गैंग में शामिल अशोक कुमार ऑटो चालक है जो दिन में विभिन्न इलाकों में ऑटो से घूम कर सूनी फैक्ट्री और मकानों की रैकी किया करता है. इसके बाद देर रात को गैंग के अन्य बदमाशों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता है.
वारदात को अंजाम देने से पहले यह चीज भी सुनिश्चित की जाती है कि वारदात स्थल के आसपास कहीं सीसीटीवी कैमरे तो नहीं लगे हुए हैं. सांगानेर के कृष्णा विहार में गारमेंट फैक्ट्री में चोरी की वारदात को अंजाम देने से पहले भी बदमाशों ने रैकी की. आसपास सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होना सुनिश्चित किया. हालांकि गारमेंट फैक्ट्री के अंदर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों में बदमाशों की वारदात कैद हो गई और फुटेज के आधार पर ही बदमाशों का सुराग हाथ लगा और पुलिस ने इस पूरी वारदात का खुलासा किया.