जयपुर. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने मृतक को 6 महीने पहले 1.80 लाख रुपये उधार दिए थे, जिसे 2 महीने में चुकाने का वादा करने के बाद भी अब तक मृतक नहीं चुका सका था. जिसके चलते आरोपी और मृतक के बीच में कई बार झगड़ा भी हो चुका था.
बार-बार तकाजा करने के बावजूद जब मृतक उधारी नहीं चुका पा रहा था तो आरोपी ने मृतक की हत्या करने का प्लान बनाया. इसके बाद आरोपी ने एक धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर अमन की हत्या की वारदात को अंजाम दिया. वारदात को सुलझाने के लिए 50 पुलिसकर्मियों की एक स्पेशल टीम बनाई गई, जिन्होंने 45 से भी अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और टेक्निकल एविडेंस के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया.
एडिशनल डीसीपी ईस्ट अवनीश शर्मा ने बताया कि मृतक अमन की नाहरगढ़ रोड पर स्टेशनरी की दुकान है, जिसके पास में ही आरोपी यांश टकसाली की गिफ्ट आइटम की दुकान है. पुलिस के पड़ताल में यह बात सामने आई है कि व्यापार के सिलसिले में अमन ने कई लोगों से लाखों रुपये की उधारी ले रखी है. उधारी नहीं चुकाने के चलते उसे लोग कभी वकील के जरिए नोटिस भेजते हैं तो कभी दुकान पर आकर तकाजा करने को लेकर झगड़ते हैं.
अमन ने यांश टकसाली से भी 6 महीने पहले राशि उधार ली और 2 महीने बाद उधारी चुकाने का वादा किया, लेकिन 2 महीने बीमार रहने के चलते अमन उधारी नहीं चुका सका. जिसको लेकर यांश ने कई बार अमन के घर जाकर भी उससे उधारी चुकाने को कहा, लेकिन उसके बावजूद भी कोई रास्ता नहीं निकला. यांश टकसाली ने भी किसी अन्य व्यक्ति से रुपये उधार लेकर अमन को दिए थे, जिसके चलते यांश पर उधारी चुकाने का दबाव बढ़ने लगा.
उससे परेशान होकर यांश ने अमन को सबक सिखाने के लिए एक धारदार गुप्ती खरीदी और शनिवार देर रात को अमन के घर के पास पहुंचा. उसके बाद अमन को फोन कर बुलाया और धारदार गुप्ती से वार कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया.