जयपुर. दीपावली को रोशनी के साथ-साथ स्वच्छता का त्योहार भी माना जाता है. इसका पौराणिक और वैज्ञानिक दोनों महत्व है. हर कोई इससे परिचित भी है. यही वजह है इस दौरान घरों में विशेष साफ-सफाई की जाती है, लेकिन शायद निगम इससे सरोकार नहीं रखता.
यही वजह है कि दीपावली के दौरान कचरा संग्रहण के लिए किसी तरह के विशेष इंतजाम नहीं किए गए. इसका नतीजा है कि दीपावली के दिन लोगों के घर तो साफ है, लेकिन शहर की भी सड़कें कचरे के ढेर से अटी पड़ी हैं.
पढ़ेंः जयपुर: बैन पटाखे बेचने वाले दुकानदारों पर पुलिस की नजर
निगम दीपावली मनाने में व्यस्त है
नगर निगम प्रशासन और बीवीजी कंपनी दीपावली मनाने में व्यस्त है और उनकी व्यस्तता इतनी है कि उन्हें कचरे के ढेर से अटी सड़कें भी नजर नहीं आ रही. वहीं नगर निगम की ओर से कचरे को इकट्ठा करने की अतिरिक्त व्यवस्था होनी चाहिए. उसकी तुलना में व्यवस्था पहले से भी कमजोर देखने को मिल रही है.
लाटा नहीं दिया कोई जवाब
हालांकि निगमायुक्त बीवीजी कंपनी को निर्देश दिए हुए हैं, कि सुबह 11 बजे बाद सड़कों पर कचरा नहीं दिखना चाहिए. बावजूद इसके कंपनी की ओर से ठीक से कचरा नहीं उठाया जा रहा. दीपावली के दौरान शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर जब मेयर विष्णु लाटा से बात करनी चाहिए तो उनसे कोई जवाब देते नहीं बना.
पढ़ें- दीपावली की पूर्व संध्या पर जलाया 'एक दीया सदभाव का'...साम्प्रदायिक सौहार्द का दिया संदेश
5 गुना निकलता ज्यादा कचरा
उपमहापौर मनोज भारद्वाज ने शहर की सफाई व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दीपावली के दौरान घरों से 5 गुना ज्यादा कचरा निकलता है. इसके लिए हर साल अतिरिक्त संसाधन लगाए जाते हैं, लेकिन इस साल ऐसी कोई व्यवस्था देखने को नहीं मिली.उन्होंने कहा कि एक साल पहले राजधानी कचरा डिपो लेस शहर बन गया था. जहां अब पहले से भी ज्यादा सड़कों पर कचरा डिपो हैं. उन्होंने मेयर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वो महज पर्सनल एजेंडे पर फोकस कर पॉलिटिकल लाभ लेने की कोशिश करने में लगे हैं.