जयपुर. स्वच्छता सर्वेक्षण में भले ही जयपुर की रैंक गिरी हो, लेकिन दूसरे छोटे राज्यों को जयपुर रास आ रहा है, शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के मेयर (Itanagar Mayor Visit to Jaipur) सहित 31 सदस्यीय दल जयपुर पहुंचा और यहां की स्वच्छता व्यवस्था की स्टडी की.
नई दिल्ली के भारतीय लोक प्रशासन संस्थान की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुसुमलता खुराना के नेतृत्व में ईटानगर के महापौर तांबे फसांग और उप महापौर बीरी बसांग सहित पार्षद राजधानी जयपुर पहुंचे.
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राजस्थानी परम्परा से उनका स्वागत किया गया. इस पर उन्होंने कहा कि राजस्थान के रीति रिवाज और परंपराओं के बारे में सुना था, लेकिन यहां के लोगों की अतिथि देवो भव: परंपरा से प्रभावित हो गए. उन्होंने कहा अरुणाचल प्रदेश को सबसे पहले सूर्य उदय के कारण जाना जाता है, लेकिन राजस्थान अपनी विरासत और आव भगत के लिए जाना जाता है. उन्होंने बताया कि गुलाबी नगर की साफ सफाई और स्वच्छता के बारे में जानने के लिए यहां आए हैं. यहां पर्यटन, औद्योगिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में असीम संभावनाएं हैं.
महापौर मुनेश गुर्जर ने किया डेलीगेशन का स्वागत
हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि जयपुर ऐतिहासिक स्थल है. यहां हेरिटेज को संरक्षित करने का एक चुनौती भरा काम है, और नगर निगम हेरिटेज अपनी टीम के साथ विरासत को बचाने का काम कर रही है. हालांकि चुनौतियां काफी है, लेकिन फिर भी शहर की स्वच्छता बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि जयपुर ऐतिहासिक स्थल होने के साथ ही राजस्थान का दिल है, ये रात की रोशनी में और भी खूबसूरत नजर आता है. वहीं प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए हेरिटेज निगम कमिश्नर अवधेश मीणा ने कहा कि हाल ही में जयपुर नगर निगम को दो भागों में विभाजित किया गया है. नगर निगम हेरिटेज सफाई व्यवस्था के अलावा विरासत संरक्षण का काम भी कर रहा है. इस मौके पर सेवानिवृत्त अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक चंद्रशेखर पाराशर ने जयपुर के वास्तु और नियोजन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी.