जयपुर. दौसा घूसकांड प्रकरण में राजस्थान एसीबी ने मंगलवार को आईपीएस मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. इससे पूर्व में एसीबी ने प्रकरण में दौसा और बांदीकुई एसडीएम के साथ ही तत्कालीन दौसा एसपी के दलाल नीरज मीणा को गिरफ्तार किया था.
दलाल नीरज मीणा की ओर से हाईवे का निर्माण कार्य करने वाली कंपनी से तत्कालीन दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के लिए 4 लाख रुपए की मासिक बंधी और एफआईआर रफा-दफा करने के लिए 28 लाख रुपए की मांग की गई थी. जिस पर एसीबी ने साक्ष्य जुटाए और मंगलवार को एसडीआरएफ मुख्यालय से आईपीएस मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया. डीजी एसीबी बीएल सोनी ने बताया कि आईपीएस मनीष अग्रवाल को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. आईपीएस मनीष अग्रवाल के आवास और दफ्तर में एसीबी टीम ने सर्च की कार्रवाई कर रही है. एसीबी मुख्यालय ने दलाल नीरज मीणा और आईपीएस मनीष अग्रवाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था. जिसमें दलाल नीरज मीणा को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और पूछताछ के आधार पर मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है.
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एसीबी ने कसा आईपीएस पर शिकंजा
एसीबी एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि हाल ही में दलाल नीरज मीणा की बेल खारिज हुई थी. रोड का निर्माण कार्य करने वाली निजी कंपनी से दलाल नीरज मीणा की ओर से तत्कालीन दौसा एसपी मनीष अग्रवाल के लिए 38 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी. इस पूरे प्रकरण में एसीबी ने गहनता से अनुसंधान किया और हर एक साक्ष्य जुटाए. इस पूरे प्रकरण में एसीबी ने कार्रवाई करते हुए आईपीएस मनीष अग्रवाल के मोबाइल फोन को सीज किया और उन्हें जांच के लिए एफएसएल भेजा गया. एफएसएल की रिपोर्ट भी जल्द ही एसीबी को प्राप्त होने वाली है. वहीं, दलाल नीरज मीणा से हुई पूछताछ के आधार पर मंगलवार को आईपीएस मनीष अग्रवाल को दौसा घूसकांड प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है.