जयपुर. बीते कुछ समय से जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों के संक्रमित पाए जाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. जिसके बाद जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के यात्रियों की RTPCR रिपोर्ट की जांच (Covid Test At Jaipur Airport) जाएगी.
RTPCR दिखाना जरुरी
जयपुर सीएमएचओ सेकंड डॉक्टर हंसराज भदालिया ने बताया कि जयपुर एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से आने वाले सभी यात्रियों (International Flight Passengers Corona Test) के आरटी पीसीआर टेस्ट किए जाएंगे. इससे पहले हाई रिस्क कंट्री जहां सबसे अधिक ओमिक्रोन के मामले देखने को मिल रहे थे. सिर्फ उन्हीं देशों से आने वाले यात्रियों के टेस्ट किए जा रहे थे. लेकिन अब राज्य सरकार ने निर्देश देते हुए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से आने वाले तमाम यात्रियों के आरटी पीसीआर टेस्ट जरूरी होंगे. और जब तक टेस्ट रिपोर्ट नहीं आती तब तक यात्री को क्वॉरेंटाइन में रहना जरूरी होगा.
डोमेस्टिक फ्लाइट पर भी लागू होंगे नियम
इसके अलावा डोमेस्टिक फ्लाइट से आने वाले यात्रियों को कोरोना वैक्सीनेशन कि दोनों डोज के सर्टिफिकेट या 72 घंटे पुरानी आरटी पीसीआर (RTPCR Checking at jaipur airport) नेगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी होगा. ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है, जयपुर दोहा, मस्कट और शारजाह से सबसे अधिक फ्लाइट आती है.
चिकित्सा विभाग ने गठित करी टीम
बीते कुछ दिनों से तकरीबन 50 से अधिक यात्री डोमेस्टिक और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से संक्रमित (Passengers Will Be Corona Tested at Jaipur airport ) सामने आ चुके हैं, ऐसे में आज रात 12 बजे के बाद जितनी भी अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेगी उन सभी फ्लाइट से आने वाले यात्रियों की जांच की जाएगी, इसके लिए चिकित्सा विभाग की ओर से टीमें गठित करके तैनात कर दी गई है.
राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर होगी स्क्रीनिंग
प्रदेश सहित डूंगरपुर जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर डूंगरपुर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर है. इसी के तहत जिला प्रशासन ने गुजरात से डूंगरपुर जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले लोगो की अब बॉर्डर पर स्क्रीनिंग की जाएगी. कलेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि कोविड अस्पताल को पुनः व्यवस्थित किया जा रहा है तथा ऑक्सीजन और चिकित्सकीय उपकरणों के साथ मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर दवाइयों के 5 हजार कीट की व्यवस्था की जा रही है, ताकि संक्रमण बढ़ने की स्थिति में जल्द से जल्द मरीज का इलाज शुरू किया जा सके.