जयपुर. राजभवन से ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, युवाओं की सोच रहती है कि जल्द से जल्द डिग्री प्राप्त कर रोजगार हासिल कर सकें. इस सोच को बदलने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि तकनीकी, प्रबंध और उच्च शिक्षा में अध्ययनरत युवाओं का उनकी योग्यता के अनुरूप कौशल विकास करने में भी औद्योगिक संगठन अपनी भूमिका निभाएं. वहीं स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित युवा पेशेवर उपलब्ध होने से प्रदेश में उद्योगों में निवेश बढ़ेगा और युवा रोजगार की समस्या का समाधान भी हो सकेगा. उन्होंने इसके लिए सीआईआई को औद्योगिक विकास के प्रमुख क्षेत्रों को चिन्हित कर युवा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया.
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि राजस्थान में पर्यटन के क्षेत्र में अब भी अपार संभावना है. इसके लिए चिर-परिचित पर्यटन स्थलों से आगे बढ़ते हुए झालावाड़ की बौद्ध गुफाओं, जालौर की परमार-कालीन संस्कृत पाठशाला जैसे कम चर्चित स्थलों को विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना होगा. उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास से होटल, रेस्टोरेंट, हस्तशिल्प जैसे बहुत से लघु-मध्यम उद्योगों का भला हो सकता है.
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इस मौके पर कार्यक्रम के आरम्भ में राज्यपाल ने संविधान की उद्देश्यिका तथा मूल कत्र्तव्यों का वाचन करवाया. इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी गोविंद राम जायसवाल सहित भारतीय उद्योग परिसंघ से जुड़े व्यवसायी, उद्योगपति व अधिकारीगण ऑनलाइन उपस्थित रहे.