जयपुर. राजधानी में मानसून के दौरान मौसमी बीमारियों के मामलों में भी लगातार वृद्धि होने लगी है. खासकर डेंगू चिकनगुनिया और मलेरिया के मामले अब धीरे-धीरे देखने को मिल रहे हैं.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें तो बीते कुछ समय के बाद ओपीडी की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. ऐसे में मरीजों की बढ़ती संख्या एक चिंता का कारण बन रही है.
पढ़ेंः कांग्रेस झूठ की फैक्ट्री और उसके सरदार राहुल गांधी, राजस्थान में इसके सरदार CM गहलोत: अरुण सिंह
मानसून के दौरान और इसके बाद मौसमी बीमारियों के मामले बढ़ना शुरू हो जाते हैं. खासकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की बात करें तो जुलाई से लेकर सितंबर तक मरीजों की संख्या में इजाफा होता है.
ओपीडी की संख्या बढ़ने लगती है आमतौर पर सवाई मानसिंह अस्पताल में 5 से 6 हजार मरीजों की ओपीडी हर दिन देखने को मिलती है, लेकिन बीते कुछ समय से ओपीडी बढ़कर 7 से 8 हजार पहुंच चुकी है. सवाई मानसिंह अस्पताल में डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया के मरीज भी बढ़ने लगे हैं। इसके अलावा अन्य मौसमी बीमारियां सर्दी जुखाम और साधारण वायरल के मामलों में भी लगातार वृद्धि हो रही है.
एंटी लार्वा एक्टिविटी शुरूः
मामले को लेकर जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरोत्तम शर्मा का कहना है कि मौसमी बीमारियों के बढ़ते मामले और इनकी रोकथाम के लिए मेडिकल टीम की ओर से सर्वे शुरू कर दिया गया है जिन स्थानों पर बुखार के मामले सबसे अधिक देखने को मिल रहे हैं वहां एंटी लार्वा एक्टिविटी शुरू कर दी गई है.
पढ़ेंः भाजपा का पोस्टरवार जारी है...अब बीकानेर में सब तलाश रहे- कहां हैं केन्द्रीय मंत्री मेघवाल?
इसके अलावा चिकित्सा विभाग की टीम की ओर से लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. डॉक्टर नरोत्तम शर्मा का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में मौसमी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं ऐसे में लोगों को जागरूक करना जरूरी है.