जयपुर. प्रथम पूज्य भगवान गणेशजी का सोमवार को पुष्य नक्षत्र पंचामृत अभिषेक के साथ गणेश जन्मोत्सव का शुभारंभ हुआ. इस कड़ी में छोटी काशी जयपुर के प्रसिद्ध मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में भगवान की पताका बदली गई. हालांकि कोरोना महामारी के कारण भक्तों का मंदिर में प्रवेश निशेष रहा.
कोरोना महामारी के चलते सरकारी गाइडलाइन और शहरवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए इस बार गणेश जन्मोत्सव पर लक्खी मेला नहीं भरेगा. प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में 31 अगस्त तक मंदिर के पट बंद होने के कारण 22 अगस्त को गणेश जयंती पर भक्तों की नो एंट्री रहेगी. वहीं कोविड-19 के कारण हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना के तहत इस बार शोभायात्रा का आयोजन भी नहीं होगा.
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के अनुसार गणेश जन्मोत्सव पर भगवान गणेश जी के दर्शन के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर की वेबसाइट और फेसबुक पेज के माध्यम से ऑनलाइन भक्त दर्शन लाभ लेंगे.
साथ ही जिओ टीवी पर गणेश जन्मोत्सव के सामान्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा. जन्मोत्सव के दौरान होने वाले सिंजारा, मोदक, झांकी, पंचामृत अभिषेक यथावत रहेंगे. मंदिर परिवार के सानिध्य में कार्यक्रम होंगे, लेकिन भक्तजनों का प्रवेश मंदिर में नहीं हो सकेगा.
पढ़ेंः जस्टिस इंद्रजीत महांति की कोरोना रिपोर्ट मामला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने RUHS से मांगा जवाब
बता दें कि, छोटी कांशी जयपुर के मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में हर साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर यहां लाखों की संख्या में श्रदालु आते है. इस मंदिर के प्रति भक्तों की खास आस्था और विश्वास जुड़ा हुआ है. इसके अलावा इस बार छोटे मंदिरो और पंडालों में गणेशोत्सव के आयोजन में कई नए नियम बनाए जाएंगे. जिनमें कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के साथ-साथ मूर्ति के आकार और विसर्जन के नए नियम होंगे. जबकि दान ना देकर केवल दर्शन करने का प्रावधान होगा.