जयपुर. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि पंजीयन की प्रक्रिया ऑनलाइन रहेगी. खरीद के लिए ई-मित्र और संबंधित खरीद केंद्रों पर किसानों को पंजीयन के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन कराना अनिवार्य था. उन्होंने बताया कि विश्व में महामारी के रूप में यह बीमारी फैल रही है और राज्य के किसान परिवार इस संक्रमण से प्रभावित न हों, इसके लिए ओटीपी के आधार पर पंजीयन सुनिश्चित किया गया है.
वहीं सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव नरेश पाल गंगवार ने बताया कि खरीद केंद्रों को भी निर्देश दिए गए हैं कि खरीद के दौरान भीड़-भाड़ की स्थिति न बने और सुचारू रूप से खरीद भी हो जाए, जिससे संक्रमण से बचाव हो सके. उन्होंने बताया कि खरीद के दौरान 50 से अधिक किसानों के इकट्ठे न हों इसकी भी व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं.
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गंगवार के अनुसार एक मोबाइल नंबर पर एक ही किसान का पंजीयन किया जाएगा और पंजीयन का काम सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक होगा. उन्होंने बताया कि किसान की कृषि भूमि जिस तहसील में होगी. उसी तहसील के कार्य क्षेत्र में आने वाले खरीद केंद्र का चयन रजिस्ट्रेशन के दौरान कर सकेगा.
गंगवार के अनुसार किसान को उसकी पंजीकरण दिनांक के आधार पर सॉफ्टवेयर द्वारा वरीयता के अनुसार तुलाई के लिए दिनांक और जींस की मात्र का आवंटन किया जाएगा. साथ ही इसकी सूचना किसान को पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस के द्वारा दी जाएगी.