जयपुर. प्रदेश में चल रहा सियासी संकट टल गया है, लेकिन प्रदेश भाजपा नेताओं को अभी ऐसा लगता है कि यह तूफान से पहले की शांति है और जब तूफान आएगा तो सरकार गिर भी सकती है. कुछ ऐसा ही संदेह जताया है प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान राजेंद्र राठौड़ ने यह भी संदेह जताया कि मौजूदा सरकार इस आपाधापी के दौर में शायद ही 5 साल तक चल सके.
विधानसभा सत्र के पहले दिन की कार्रवाई के बाद ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अब भी कांग्रेस टुकड़ों में बैठी नजर आती है, इसलिए मैं इसे तूफान से पहले की शांति कहता हूं क्योंकि आज भी कांग्रेस के भीतर भारी अंतर्विरोध है. राठौड़ ने कहा कि जिस तरह सदन में सचिन पायलट ने खड़े होकर कहा कि मेरी सीट बदल दी गई, जिसका उन्हें दर्द है और वो झलकने लगा है.
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रघु शर्मा के आरोप पर पलटवार
वहीं, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा की ओर से प्रदेश भाजपा नेताओं को दोयम दर्जे का करार दिए जाने के बयान पर भी राजेन्द्र राठौड़ ने पलटवार किया. राठौड़ ने कहा कि जिस तत्कालिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से विधायक का टिकट लेने के लिए रघु शर्मा घंटों लाइन में लगे रहे थे, आज उन्हें ही वो दोयम दर्जे के लगते हैं तो हम क्या चीज हैं.
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राठौड़ ने कहा कि हो सकता है हम जैसे जनप्रतिनिधि जो 7-7 बार चुनाव जीते हैं, वह रघु शर्मा की नजरों में दोयम दर्जे के होंगे. लेकिन एक बार चुनाव जीतना और दो बार एक्सीडेंटल चुनाव जीतने वाले रघु शर्मा जरूर एक दर्जे के नेता खुद को समझने लगे हैं.