जयपुर. 16 जून के बाद कॉलेज और यूनिवर्सिटी को खोलने की तैयारी कर रहे उच्च शिक्षा विभाग ने गुरुवार को प्राइवेट यूनिवर्सिटीज से भी संपर्क साधा. उच्च शिक्षा मंत्री ने 51 प्राइवेट यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन से वेबीनार की और उनकी समस्याएं जानी. इस दौरान प्राइवेट यूनिवर्सिटीज ने जेट एंट्रेंस एग्जाम कराए बिना एडमिशन और ऑनलाइन एग्जाम कराने की परमिशन मांगी.
कोरोना की वर्तमान स्थिति में प्रदेश के विद्यार्थियों की बची हुई परीक्षाओं का आयोजन, उत्तर पुस्तिकाओं का समय पर मूल्यांकन, आगामी शैक्षणिक सत्र को प्रारंभ करने जैसे कई विषयों पर गुरूवार को राजस्थान के 51 प्राइवेट यूनिवर्सिटी के चेयर पर्सन के साथ उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने वेबीनार कर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने प्राइवेट यूनिवर्सिटीज को ऑनलाइन और ई लर्निंग को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के निर्देश दिए. वहीं, एडमिशन की प्रक्रिया भी पूरी तरह ऑनलाइन करने के भी निर्देश दिए.
भंवर सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश में सरकारी कॉलेज और विश्वविद्यालयों की तरह ही प्राइवेट यूनिवर्सिटीज का भी एजुकेशन को आगे बढ़ाने में बड़ा योगदान है. ऐसे में उनसे भी छात्रों के एग्जाम और आगामी सत्र को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान प्राइवेट यूनिवर्सिटीज ने बीएससी एग्रीकल्चर का जो जेट एंटरेंस टेस्ट होता है, उसे नहीं करा कर डायरेक्ट एडमिशन कराए जाने की सिफारिश की.
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वहीं, प्राइवेट यूनिवर्सिटीज ने उच्च शिक्षा मंत्री से ऑनलाइन एग्जाम्स कराए जाने की भी परमिशन मांगी. जिस भंवर सिंह भाटी ने कहा कि प्राइवेट यूनिवर्सिटीज के तमाम सवालों और समस्याओं का निराकरण यूजीसी और एमएचआरडी की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए किया जाएगा.
उधर, राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को परीक्षा और अध्यापन के लिए खोलने से पहले संक्रमण से बचाव और हाइजीन के संबंध में समुचित व्यवस्थाएं करने और महामारी विशेषज्ञों से राय लेने के बाद ही कॉलेज- यूनिवर्सिटी को खोलने की मांग की है.