जयपुर. फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान के अनिश्चितकालीन बंद को पड़ोसी राज्य हरियाणा का भी समर्थन प्राप्त हुआ है. हरियाणा की लगभग सभी एसोसिएशन ने 9 नवंबर को 1 दिन के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन क्लासेज को बंद करने का फैसला लेते हुए राजस्थान में निजी स्कूलों के अनिश्चितकालीन बंद को समर्थन देने का निर्णय किया है.
फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा यूनाइटेड स्कूल एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, हरियाणा रिकॉग्नाइज्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, सहोदय स्कूल कंपलेक्स सहित विभिन्न स्कूल एसोसिएशन ने 9 नवंबर को हरियाणा में स्कूल बंद रखकर राजस्थान में निजी स्कूलों द्वारा चलाई जा रही मुहिम को समर्थन देने की घोषणा की है. फोरम प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान के अनुसार हरियाणा के अलावा कुछ अन्य राज्य भी जल्द ही इस मुहिम में राजस्थान के निजी स्कूलों को समर्थन देंगे.
फोरम ऑफ प्राइवेट स्कूल ऑफ राजस्थान की प्रवक्ता हेमलता शर्मा ने बताया कि हरियाणा के तमाम एसोसिएशन ने हरियाणा सरकार को भी यह संदेश देने का प्रयास किया है कि अन्याय के प्रति आवाज उठाने के लिए हरियाणा के निजी स्कूल भी एक मंच पर आकर किसी भी गलत और न्याय पूर्ण निर्णय का विरोध कर सकते हैं.
हेमलता शर्मा ने बताया कि हड़ताल के चलते प्रदेश के करीब 50 हजार स्कूल शटडाउन है और उसमें काम करने वाले 11 लाख कर्मचारियों पर घोर आर्थिक संकट आया हुआ है. हरियाणा के निजी स्कूलों से जुड़े हुए सभी संगठनों ने राजस्थान की मुहिम को अपना समर्थन दिया है.
हेमलता शर्मा ने बताया कि हरियाणा के अलावा जम्मू कश्मीर महाराष्ट्र, एमपी, यूपी, पंजाब अन्य राज्य भी इस मुहिम के साथ जल्द जुड़ने वाले हैं. यह पूरे देश की मुहिम बनने वाली है. शर्मा ने बताया कि शिक्षा किसी भी देश की तरक्की के लिए महत्वपूर्ण है. जल्द ही जयपुर में अन्य राज्यों के प्रतिनिधि आएंगे और एक प्रेस वार्ता के भी आयोजन होगा.
पढ़ेंः भरतपुर: कामां में अवैध रूप से संचालित क्लिनिक पर कार्रवाई, पिता और पुत्र हिरासत में
बता दें कि फीस के मुद्दे को लेकर अभिभावकों और निजी स्कूल संचालकों में रार चल रही है. अभिभावक काफी लंबे समय से फीस माफ कराने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और यह मुद्दा कोर्ट में है. अब निजी स्कूल संचालक भी फीस भुगतान को लेकर सड़क पर उतर चुके हैं और उन्होंने ऑनलाइन क्लासेज अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी है.