ETV Bharat / city

Hanuman Jayanti 2021 : जयपुर में चांदी की टकसाल पर पूजे जाते हैं काले हनुमान जी - happy hanuman jayanti

हेरिटेज सिटी जयपुर के इतिहास में कई ऐसे पन्ने हैं जो लोगों को चकित करते हैं. उन्हीं में से एक है काले हनुमान मंदिर. अमूमन हनुमान जी की सिंदूरी चोला धारण की हुई प्रतिमाओं को आपने देखा होगा, लेकिन राजधानी की चांदी की टकसाल में एक ऐसा अनूठा मंदिर है, जहां हनुमान जी की मूर्ति काले रंग की है. हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर इस मंदिर से जुड़े इतिहास और पौराणिक कथाओं का आप से परिचय कराते हैं, इस खास रिपोर्ट में...

Hanuman Jayanti 2021
काले हनुमान जी
author img

By

Published : Apr 27, 2021, 2:31 PM IST

जयपुर. 'लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर...बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर'. ये चौपाई भगवान हनुमान को समर्पित है. जिसमें उनके शरीर के लाल रंग और बज्र के समान बलवान होने का परिचय कराया गया है. देश में अधिकतर हनुमान मंदिरों में भगवान का यही स्वरूप देखने को भी मिलता है, लेकिन राजधानी में बड़ी चौपड़ से नीचे चांदी की टकसाल पर काले हनुमान मंदिर है, जहां भगवान की प्रतिमा काले रंग की है. हनुमान जी महाराज के इस अनूठे स्वरूप के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के साथ-साथ देसी-विदेशी पर्यटक भी हर दिन सैकड़ों की संख्या में यहां जमा होते हैं.

जानिये काले हनुमान मंदिर विग्रह का इतिहास...

काले हनुमान मंदिर विग्रह का इतिहास...

मंदिर महंत गोपालदास महाराज ने बताया कि काले हनुमान मंदिर का विग्रह स्वयंभू है. यहां भगवान जयपुर की बसावट से पहले से विराजमान हैं. हालांकि, इसका कोई लिखित इतिहास नहीं है, लेकिन पूर्वजों से मिली जानकारी के अनुसार जब यहां जंगल हुआ करता था, तो एक कुआं भी मौजूद था. उसी के नजदीक काले हनुमान की प्रतिमा जमीन में मस्तिष्क तक बाहर नजर आई और जब यहां से और मिट्टी हटाई गई तो ये विग्रह सामने आया. उसी वक्त से यहां उनके पूर्वज साधना कर रहे हैं. उसके बाद जब यहां जयपुर की बसावट हुई, तब इस स्थान का निर्माण हुआ और समय के साथ मंदिर प्रांगण भव्य रूप में नजर आने लगा.

history of black hanuman temple jaipur
प्रतिमाओं का राज...

भगवान की प्रतिमा काले होने की पौराणिक मान्यता...

हनुमान जी का विग्रह काला होने के पीछे भी कई पौराणिका मान्यताएं हैं. उनमें से एक के अनुसार भगवान हनुमान सूर्य नारायण के शिष्य थे. जब उनकी शिक्षा-दीक्षा पूर्ण हुई, तब सूर्य नारायण ने हनुमान जी से गुरु दक्षिणा मांगी. इस पर जब हनुमान जी ने असमर्थता प्रकट की, तो सूर्यनारायण उनके पुत्र शनि महाराज को ढूंढ कर लाने को गुरु दक्षिणा बताया. ऐसे में हनुमान जी ढूंढते हुए शनि देव से मिले तो काफी देर वाक युद्ध होने के बाद शनिदेव क्रोधित हुए और उनकी ज्वाला से हनुमान जी का रंग श्याम हो गया, जिसे काला भी कहते हैं. इसके बाद हनुमान जी शनि देव को पकड़ कर सूर्य नारायण के पास ले आए.

पढ़ें : ETV Bharat की खबर का असर : कोरोना संक्रमित शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए पैसे मांगने वाले दो कार्मिकों को हटाया

हनुमान जी के चरणों में मौजूद दो अन्य प्रतिमाओं का राज...

काले हनुमान जी के पैरों में एक प्रतिमा मौजूद है, जिसे अहिरावण की देवी बताया जाता है. इस संबंध में गोपाल दास जी महाराज ने बताया कि भगवान राम और लक्ष्मण का वध करने के लिए अहिरावण की देवी पाताल लोक में ले गई थी. तब हनुमान जी ने पाताल लोक में पहुंचकर अहिरावण की देवी पर खड़े होकर उसका वध कर दिया और राम लक्ष्मण को कंधे पर बैठाकर सकुशल वापस ले आए. इसी मंदिर में हनुमान जी की सिंदूरी चोला धारण किए एक और प्रतिमा है. करीब 25 वर्ष पहले ही ये प्रतिमा अवतरित होना बताया जाता है. जिसका स्वरूप काले हनुमान के समान ही है. खास बात ये है कि ये दोनों प्रतिमा काले हनुमान से जुड़ी हुई हैं.

black hanuman temple jaipur
काले हनुमान मंदिर, जयपुर

राजस्थानी स्थापत्य के वास्तुशिल्प वाले इस मंदिर का बाहरी स्वरूप भी मनमोहक है. मंदिर की दो मंजिला इमारत महल जैसी दिखाई देती है. हनुमान जी के मंडप में राम जी के साथ अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित की है. यहां अजय देवगन, शिल्पा शेट्टी, जितेंद्र और एकता कपूर जैसे कई फिल्म अभिनेता भी आ चुके हैं.

जयपुर. 'लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर...बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर'. ये चौपाई भगवान हनुमान को समर्पित है. जिसमें उनके शरीर के लाल रंग और बज्र के समान बलवान होने का परिचय कराया गया है. देश में अधिकतर हनुमान मंदिरों में भगवान का यही स्वरूप देखने को भी मिलता है, लेकिन राजधानी में बड़ी चौपड़ से नीचे चांदी की टकसाल पर काले हनुमान मंदिर है, जहां भगवान की प्रतिमा काले रंग की है. हनुमान जी महाराज के इस अनूठे स्वरूप के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के साथ-साथ देसी-विदेशी पर्यटक भी हर दिन सैकड़ों की संख्या में यहां जमा होते हैं.

जानिये काले हनुमान मंदिर विग्रह का इतिहास...

काले हनुमान मंदिर विग्रह का इतिहास...

मंदिर महंत गोपालदास महाराज ने बताया कि काले हनुमान मंदिर का विग्रह स्वयंभू है. यहां भगवान जयपुर की बसावट से पहले से विराजमान हैं. हालांकि, इसका कोई लिखित इतिहास नहीं है, लेकिन पूर्वजों से मिली जानकारी के अनुसार जब यहां जंगल हुआ करता था, तो एक कुआं भी मौजूद था. उसी के नजदीक काले हनुमान की प्रतिमा जमीन में मस्तिष्क तक बाहर नजर आई और जब यहां से और मिट्टी हटाई गई तो ये विग्रह सामने आया. उसी वक्त से यहां उनके पूर्वज साधना कर रहे हैं. उसके बाद जब यहां जयपुर की बसावट हुई, तब इस स्थान का निर्माण हुआ और समय के साथ मंदिर प्रांगण भव्य रूप में नजर आने लगा.

history of black hanuman temple jaipur
प्रतिमाओं का राज...

भगवान की प्रतिमा काले होने की पौराणिक मान्यता...

हनुमान जी का विग्रह काला होने के पीछे भी कई पौराणिका मान्यताएं हैं. उनमें से एक के अनुसार भगवान हनुमान सूर्य नारायण के शिष्य थे. जब उनकी शिक्षा-दीक्षा पूर्ण हुई, तब सूर्य नारायण ने हनुमान जी से गुरु दक्षिणा मांगी. इस पर जब हनुमान जी ने असमर्थता प्रकट की, तो सूर्यनारायण उनके पुत्र शनि महाराज को ढूंढ कर लाने को गुरु दक्षिणा बताया. ऐसे में हनुमान जी ढूंढते हुए शनि देव से मिले तो काफी देर वाक युद्ध होने के बाद शनिदेव क्रोधित हुए और उनकी ज्वाला से हनुमान जी का रंग श्याम हो गया, जिसे काला भी कहते हैं. इसके बाद हनुमान जी शनि देव को पकड़ कर सूर्य नारायण के पास ले आए.

पढ़ें : ETV Bharat की खबर का असर : कोरोना संक्रमित शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए पैसे मांगने वाले दो कार्मिकों को हटाया

हनुमान जी के चरणों में मौजूद दो अन्य प्रतिमाओं का राज...

काले हनुमान जी के पैरों में एक प्रतिमा मौजूद है, जिसे अहिरावण की देवी बताया जाता है. इस संबंध में गोपाल दास जी महाराज ने बताया कि भगवान राम और लक्ष्मण का वध करने के लिए अहिरावण की देवी पाताल लोक में ले गई थी. तब हनुमान जी ने पाताल लोक में पहुंचकर अहिरावण की देवी पर खड़े होकर उसका वध कर दिया और राम लक्ष्मण को कंधे पर बैठाकर सकुशल वापस ले आए. इसी मंदिर में हनुमान जी की सिंदूरी चोला धारण किए एक और प्रतिमा है. करीब 25 वर्ष पहले ही ये प्रतिमा अवतरित होना बताया जाता है. जिसका स्वरूप काले हनुमान के समान ही है. खास बात ये है कि ये दोनों प्रतिमा काले हनुमान से जुड़ी हुई हैं.

black hanuman temple jaipur
काले हनुमान मंदिर, जयपुर

राजस्थानी स्थापत्य के वास्तुशिल्प वाले इस मंदिर का बाहरी स्वरूप भी मनमोहक है. मंदिर की दो मंजिला इमारत महल जैसी दिखाई देती है. हनुमान जी के मंडप में राम जी के साथ अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित की है. यहां अजय देवगन, शिल्पा शेट्टी, जितेंद्र और एकता कपूर जैसे कई फिल्म अभिनेता भी आ चुके हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.