जयपुर. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला को लेकर एक टिप्पणी की थी. जिसको लेकर राजस्थान में सियासी तूफान खड़ा हो गया है. नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भी ट्वीट कर गौरव भाटिया और भारतीय जनता पार्टी को खरी-खरी सुनाई है.
हनुमान बेनीवाल ने स्व. शीशराम ओला पर की गई गौरव भाटिया की टिप्पणी के विरोध में दो ट्वीट किये हैं. बेनीवाल ने लिखा कि किसानों के दिग्गज नेता रहे, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. पद्मश्री शीशराम ओला जी के संबंध में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया द्वारा की गई टिप्पणियों की मैं निंदा करता हूं.
इसके तुरंत बाद बेनीवाल ने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि स्व. ओला जी ने आजीवन सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में जो योगदान दिया उसको कभी भुलाया नही जा सकता. गौरव भाटिया द्वारा की गई टिप्पमी से उनकी संकीर्ण मानसिकता झलक रही है. उक्त टिप्पणी को लेकर जाट समाज के साथ सर्व समाज में रोष व्याप्त है.
बेनीवाल ने अपनी ट्वीट भाजपा, गौरव भाटिया और जेपी नड्डा को टैग किये. बेनीवाल से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेता सचिन पायलट, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी इस मामले में एतराज जता चुके हैं.
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उल्लेखनीय है कि स्व. शीशराम ओला राजस्थान के कद्दावर जाट नेताओं में गिने जाते थे. वे 8 बार के विधायक और 4 बार सांसद रहे. शीशराम ओला के बेटे विधायक बृजेंद्र ओला सचिन पायलट गुट के विधायक हैं. 2020 में राजनीतिक संकट के समय बृजेंद्र ओला भी उन 19 विधायकों में शामिल थे जो पायलट के साथ बाड़ेबंदी में गए थे.
गौरतलब है कि मोदी सरकार में कैबिनेट विस्तार के बाद विपक्षी सवाल उठा रहे थे कि कैबिनेट विस्तार में जाट नेताओं को स्थान नहीं दिया गया. जिसके बाद शुक्रवार रात को भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ट्वीट करते हुए लिखा " जून 2013 में कांग्रेस के मंत्रिमंडल विस्तार में 85 उम्र के शीशराम ओला को शामिल किया गया था. जिनका हिल गया था पुर्जा, उनमें मनमोहन सिंह ढूंढ रहे थे ऊर्जा".