जयपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शुक्रवार को शाहजहांपुर बॉर्डर से सीधे सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट से मुलाकात की और उनकी कुशलक्षेम पूछी.
उन्होंने डॉक्टरों से भी उनकी स्वास्थ्य की जानकारी ली. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि 4 जनवरी की वार्ता में केंद्र सरकार ने अगर किसानों की मांगों पर सहमति व्यक्त नहीं की तो किसान आंदोलन बड़ा रूप लेगा. आंदोलन कर रहे किसान कड़ाके की सर्दी में सड़क पर बैठकर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. किसानों ने बॉर्डर पर ही नया साल मनाया और अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो आंदोलन तेज किया जाएगा.
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बेनीवाल ने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी उम्मीदें हैं. ऐसे में सरकार को अविलंब कृषि से जुड़े तीनों कानून वापस लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि रामपाल जाट जल्द स्वस्थ होकर किसानों के बीच पहुंचेंगे और वहीं पर आंदोलन के आगे की रणनीति तय की जाएगी. बेनीवाल ने कहा कि 4 जनवरी की वार्ता में सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर किसानों की बात मान लेनी चाहिए. बेनीवाल करीब 35 मिनिट तक यहां रुके. इसके बाद वे वापस शाहजहांपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए.