जयपुर. भगवान शिव का विशेष प्रिय प्रदोष का व्रत (Krishna Paksh Guru Pradosh Vrat) आज गुरुवार को है. खास बात यह है कि मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaraatri December 2021) भी आज ही है. इस बार मासिक शिवरात्रि और प्रदोष का व्रत एक ही दिन आया है. इसलिए आज भगवान शिव की पूजा-अर्चना विशेष फलदायी है.
ज्योतिर्विद बताते हैं कि प्रदोष का व्रत महीने में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी (Masik Shivaraatri December 2021) को आता है. जबकि मासिक शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है.
गुरु प्रदोष का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat Of Guru Pradosh Vrat)
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की त्रयोदशी तिथि 1 दिसंबर को रात 11:35 से शुरू होकर 2 दिसंबर को रात 8:26 तक रहेगी. इसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू होगी. जो 3 दिसंबर को शाम 4:55 तक रहेगी. उदयातिथि के नियम के हिसाब से प्रदोष व्रत (Guru Pradosh Vrat 2021) गुरुवार 2 दिसंबर को रहेगा. जबकि मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaraatri December 2021) का पूजन रात में होने के कारण इस महीने की मासिक शिवरात्रि भी 2 दिसंबर को ही मनाई जाएगी.
प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि (Masik Shivaraatri December 2021) दोनों ही भगवान भोलेनाथ को खास प्रिय है और दोनों ही दिन भगवान शिव की पूजा करने (Shiv Parvati Puja) और व्रत रखने का विधान माना गया है. मान्यता है कि शिवरात्रि को ही भगवान शिव ने निराकार से साकार स्वरूप धारण किया और इस दिन शिव तथा शक्ति के मिलन का पर्व भी मनाया जाता है. इसलिए शिवरात्रि पर शिव-पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस बार प्रदोष का व्रत और शिवरात्रि का पूजन (Guru Pradosh Vrat 2021) एक ही दिन होने से इस दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा अर्चना विशेष फलदायी है.