जयपुर. गुर्जर आंदोलन को देखते हुए प्रदेश सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. गुर्जर आंदोलन को देखते हुए जयपुर जिले के गुर्जर बाहुल्य इलाकों में इंटरनेट पर प्रतिबंध 24 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है. संभागीय आयुक्त सोमनाथ मिश्रा ने इसके लिए आदेश निकाला है. यह प्रतिबंध 31 अक्टूबर शाम 6 बजे से 1 नवंबर शाम 6 बजे तक 24 घंटे के लिए बढ़ाया गया है.
बैकलॉग एवं एमबीसी कोटे में दिए गए आरक्षण संबंधी मांगों को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने समाज के लोगों को 1 नवंबर को बयाना-हिण्डौन राजमार्ग स्थित पीलूपुरा-कारबारी शहीद स्मारक पर पहुंचने का आह्वान किया है. जयपुर जिले के गुर्जर बाहुल्य इलाकों कोटपूतली, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर एवं जमवारामगढ़ की राजस्व सीमा में संवेदनशीलता को देखते हुए और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है.
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संभागीय आयुक्त सोमनाथ मिश्रा ने बताया कि गुर्जर आंदोलन को देखते हुए 30 अक्टूबर से एक नवंबर शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया गया था. सोमनाथ मिश्रा ने कानून व्यवस्था को देखते हुए जयपुर जिले के गुर्जर बाहुल्य इलाकों कोटपूतली, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर एवं जमवारामगढ के संपूर्ण राजस्व सीमा में 30 अक्टूबर शाम 6 बजे से 31 अक्टूबर शाम 6 बजे तक 24 घंटे के लिए अस्थाई प्रतिबंध लगाया था. अब इंटरनेट पर रोक की अवधि 24 घंटों के लिए और बढ़ा दी है. अब इन इलाकों में 31 अक्टूबर शाम 6 बजे से एक नवंबर शाम 6 बजे तक इंटरनेट पर और रोक लगा दी है.
सोमनाथ मिश्रा ने कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. मिश्रा ने बताया कि आंदोलन को लेकर असामाजिक तत्व फेसबुक, व्हाट्सअप के माध्यम से अफवाह फैलाकर सामाजिक सद्भाव व कानून व्यवस्था भंग कर सकते हैं. सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आंशका के मद्देनजर जयपुर जिले के गुर्जर बाहुल्य तहसील क्षेत्रों की राजस्व सीमा में इंटरनेट सेवा को प्रतिबंधित किया गया है.