- पीलूपुरा: 10 वें दिन भी जारी रहा गुर्जर आंदोलन
- गुर्जर आंदोलन के सर्मथन में ग्रेटर नोएडा से पहुंचे गुर्जर समाज के लोग
- जतन प्रधान नोएडा ने कहा गुर्जर समाज पूरे भारत का एक है
- साथ ही बताया कि कर्नल बैंसला के एक आह्वान पर दिल्ली सहित नोएडा को जाम कर देंगे
- अगर वक्त रहते सरकार ने मांगे नहीं मानी तो पूरे देश भर में गुर्जर आंदोलन होगा
- वही करौली जिले के मासलपुर थाना क्षेत्र के नवला पुरा डाडा गांव निवासी रुद्र विशाल महाकाल स्वामी ने पहुंच कर किया समर्थन
- कहा में गुर्जर समाज के विचारो का समर्थन करता हूं
- गुर्जर समाज ने ही आंदोलन नहीं किया इससे पहले भी इतिहास में अपने हक के लिए कई आंदोलन हुए हैं
- लोगों से आंदोलन को उग्र करने के बजाय व्यापक करने की अपील की है।
गुर्जर आरक्षण आंदोलन : गुर्जर आंदोलन के समर्थन पहुंचे नोएडा से पहुंचे समाज के लोग, कहा- पूरे भारत के गुर्जर एक - Vijay Bainsla Movement
18:47 November 10
गुर्जर आंदोलन के समर्थन पहुंचे नोएडा से पहुंचे समाज के लोग, कहा- पूरे भारत के गुर्जर एक
15:14 November 10
महापंचायत के बा गुर्जर समाज के लोगों ने करौली-हिंडौन मार्ग पर लगाया जाम
- करौली-हिंडौन मार्ग पर हुड़ला गांव में गुर्जर समाज के लोगों सड़क जाम कर दी
- महापंचायत के बाद समाज के लोगों ने सड़क को किया जाम
12:09 November 10
गुर्जर आंदोलन 10वें दिन आंदोलन जारी
- दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग बाधित नेट बंद
- लोगों में फैला आक्रोश और डर
- गुडला गांव में आज दोपहर होगी गुर्जर समाज की महापंचायत
- कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अध्यक्षता में होगी महापंचायत
- आंदोलन को उग्र करने की बनाई जाएगी रणनीति
08:46 November 10
गुर्जर आंदोलन के समर्थन पहुंचे नोएडा से पहुंचे समाज के लोग, कहा- पूरे भारत के गुर्जर एक
जयपुर/करौली/भरतपुर. गुर्जर आरक्षण के तहत बैकलॉग में नियुक्ति की मुख्य मांग को लेकर गुर्जर आंदोलन पर अड़े हुए हैं. सोमवार को सरकार के साथ दूसरी बार वार्ता भी हुई लेकिन बेनतीजा रही.
सोमवार के दिन प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के साथ उनके घर पर वार्ता की. लेकिन गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति बैकलॉग में नियुक्ति पत्र और लिखित आश्वासन की मांग पर अड़ा रहा. वार्ता बेनतीजा होते ही इतने दिनों से कार्रवाई से बच रही पुलिस एक्शन मोड में आई. शाम होते होते पुलिस ने पीलूपुरा ट्रेक पर रेल मार्ग बाधित कर बैठे 223 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया.
वार्ता के बाद गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा कि सरकार के मंत्री अशोक चांदना के साथ हुई वार्ता विफल रही. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रक्रियाधीन भर्ती और बैकलॉग पर कोई सकारात्मक जबाव नहीं दिया. विजय बैंसला ने कहा कि अभी भी हम रेलवे ट्रैक पर हैं और अभी भी आंदोलन जारी रहेगा.
पढ़ेः गुर्जर आरक्षण आंदोलन: सरकार और समाज के बीच अब अगली वार्ता जयपुर में ही होगी: अशोक चांदना
वहीं, वार्ता में सकारात्मक नतीजा सामने नहीं आने से आंदोलन समाप्त होने की कोई घोषणा भी नहीं हो सकी. वार्ता खत्म होने के बाद खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि संघर्ष समिति ने अपनी 6 मांगें सरकार के समक्ष रखी थी, जबकि मुख्यमंत्री ने 14 मांगों को पूरा किया है.
अशोक चांदना ने कहा कि बैकलॉग भर्ती प्रक्रिया का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. उन्होंने कहा कि न्यायिक आदेश की राज्य सरकार पालना करेगी. चांदना ने कहा कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और राज्य सरकार के बीच अब अगली वार्ता जयपुर में ही होगी.
आज उग्र हो सकता है आंदोलन
जिन 223 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें विजय बैंसला भी शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो आंदोलनकारी अब आगे की रणनीति बनाने में जुटे हैं. ताकि आंदोलन को तेज किया जा सके. वहीं सरकार के साथ आगामी वार्ता के प्रयास भी जारी हैं.
18:47 November 10
गुर्जर आंदोलन के समर्थन पहुंचे नोएडा से पहुंचे समाज के लोग, कहा- पूरे भारत के गुर्जर एक
- पीलूपुरा: 10 वें दिन भी जारी रहा गुर्जर आंदोलन
- गुर्जर आंदोलन के सर्मथन में ग्रेटर नोएडा से पहुंचे गुर्जर समाज के लोग
- जतन प्रधान नोएडा ने कहा गुर्जर समाज पूरे भारत का एक है
- साथ ही बताया कि कर्नल बैंसला के एक आह्वान पर दिल्ली सहित नोएडा को जाम कर देंगे
- अगर वक्त रहते सरकार ने मांगे नहीं मानी तो पूरे देश भर में गुर्जर आंदोलन होगा
- वही करौली जिले के मासलपुर थाना क्षेत्र के नवला पुरा डाडा गांव निवासी रुद्र विशाल महाकाल स्वामी ने पहुंच कर किया समर्थन
- कहा में गुर्जर समाज के विचारो का समर्थन करता हूं
- गुर्जर समाज ने ही आंदोलन नहीं किया इससे पहले भी इतिहास में अपने हक के लिए कई आंदोलन हुए हैं
- लोगों से आंदोलन को उग्र करने के बजाय व्यापक करने की अपील की है।
15:14 November 10
महापंचायत के बा गुर्जर समाज के लोगों ने करौली-हिंडौन मार्ग पर लगाया जाम
- करौली-हिंडौन मार्ग पर हुड़ला गांव में गुर्जर समाज के लोगों सड़क जाम कर दी
- महापंचायत के बाद समाज के लोगों ने सड़क को किया जाम
12:09 November 10
गुर्जर आंदोलन 10वें दिन आंदोलन जारी
- दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग बाधित नेट बंद
- लोगों में फैला आक्रोश और डर
- गुडला गांव में आज दोपहर होगी गुर्जर समाज की महापंचायत
- कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अध्यक्षता में होगी महापंचायत
- आंदोलन को उग्र करने की बनाई जाएगी रणनीति
08:46 November 10
गुर्जर आंदोलन के समर्थन पहुंचे नोएडा से पहुंचे समाज के लोग, कहा- पूरे भारत के गुर्जर एक
जयपुर/करौली/भरतपुर. गुर्जर आरक्षण के तहत बैकलॉग में नियुक्ति की मुख्य मांग को लेकर गुर्जर आंदोलन पर अड़े हुए हैं. सोमवार को सरकार के साथ दूसरी बार वार्ता भी हुई लेकिन बेनतीजा रही.
सोमवार के दिन प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के साथ उनके घर पर वार्ता की. लेकिन गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति बैकलॉग में नियुक्ति पत्र और लिखित आश्वासन की मांग पर अड़ा रहा. वार्ता बेनतीजा होते ही इतने दिनों से कार्रवाई से बच रही पुलिस एक्शन मोड में आई. शाम होते होते पुलिस ने पीलूपुरा ट्रेक पर रेल मार्ग बाधित कर बैठे 223 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया.
वार्ता के बाद गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा कि सरकार के मंत्री अशोक चांदना के साथ हुई वार्ता विफल रही. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रक्रियाधीन भर्ती और बैकलॉग पर कोई सकारात्मक जबाव नहीं दिया. विजय बैंसला ने कहा कि अभी भी हम रेलवे ट्रैक पर हैं और अभी भी आंदोलन जारी रहेगा.
पढ़ेः गुर्जर आरक्षण आंदोलन: सरकार और समाज के बीच अब अगली वार्ता जयपुर में ही होगी: अशोक चांदना
वहीं, वार्ता में सकारात्मक नतीजा सामने नहीं आने से आंदोलन समाप्त होने की कोई घोषणा भी नहीं हो सकी. वार्ता खत्म होने के बाद खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि संघर्ष समिति ने अपनी 6 मांगें सरकार के समक्ष रखी थी, जबकि मुख्यमंत्री ने 14 मांगों को पूरा किया है.
अशोक चांदना ने कहा कि बैकलॉग भर्ती प्रक्रिया का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. उन्होंने कहा कि न्यायिक आदेश की राज्य सरकार पालना करेगी. चांदना ने कहा कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और राज्य सरकार के बीच अब अगली वार्ता जयपुर में ही होगी.
आज उग्र हो सकता है आंदोलन
जिन 223 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें विजय बैंसला भी शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो आंदोलनकारी अब आगे की रणनीति बनाने में जुटे हैं. ताकि आंदोलन को तेज किया जा सके. वहीं सरकार के साथ आगामी वार्ता के प्रयास भी जारी हैं.