जयपुर. केंद्रीय कृषि कानून को लेकर कांग्रेस देश के विभिन्न राज्यों में राजभवन का घेराव और विरोध प्रदर्शन कर रही है. जयपुर में भी सिविल लाइंस फाटक पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इसे कांग्रेस की नाटक बाजी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता किसानों के नाम पर केवल घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस को 54 साल तक दिल्ली में राज करने का मौका मिला, तब उन्होंने किसान का भला नहीं किया. अब जब केंद्र की मोदी सरकार किसानों के हित का काम कर रही है तो कांग्रेस के नेता उस पर भी घड़ियाली आंसू बहाने का काम कर रहे हैं. गुलाबचंद कटारिया के अनुसार इस प्रकार के कानून बनाने की प्रक्रिया तो कांग्रेस के जमाने से ही शुरू हो गई थी, जब स्वामीनाथन आयोग ने अपनी सिफारिश की थी.
कटारिया ने कहा चाहे लोकसभा, राज्यसभा या फिर विधानसभा, इनमें बीजेपी और कांग्रेस के जिन नेताओं ने भाषण दिया, उसमें एक ही बात को कॉमन रही कि किसान की स्थिति खराब है. उसे आजादी नहीं है अपना माल बेचने की, उसकी आय बढ़ नहीं रही. यही चिंता सब अपने भाषणों में जताते रहे लेकिन जब उसमें सुधार के लिए केंद्र सरकार ने कानून बनाए तो उसका कांग्रेसी विरोध कर रही है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज भी ये रिकॉर्ड में है कि तत्कालिक प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने कृषि मीट के दौरान जो वक्तव्य दिया था, उसमें भी इसी प्रकार के कानून का समर्थन उन्होंने किया था.
कांग्रेस को जिंदा करने और मोदी का विरोध करना ही एकमात्र इनका मकसद
कटारिया ने कहा कि देश भर में कांग्रेस खत्म होती जा रही है. ऐसे में कांग्रेस को जिंदा रखने के लिए यह लोग जहां जो सहयोगी मिल रहा है, उसको एकत्रित कर एक उद्देश्य लेकर चल रहे हैं. उनका एक उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का विरोध करना है. फिर चाहे मोदी सरकार किसानों के हित में ही काम क्यों ना कर रही हो लेकिन कांग्रेस के लोग तो विरोध करेंगे ही.
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कटारिया के अनुसार अब तो पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट ने नए कृषि कानून के अमल करने पर रोक लगाकर 4 सदस्य कमेटी भी बना दी है. ऐसे में विरोध करने वालों को इस कमेटी के समक्ष अपने सुझाव देना चाहिए लेकिन यह ऐसा नहीं कर रहे और सड़क पर इस प्रकार का आंदोलन करके केवल नाटक बाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और सरकार की ड्यूटी है कि कानून की पालना करें लेकिन वह खुद ही राज भवन बिखराव की बात करते हैं तो दुर्भाग्य जनक है.
कांग्रेस में दम है तो ऐलान करें निकाय चुनाव हारेंगे तो दे देंगे त्याग पत्र
गुलाबचंद कटारिया ने यह भी कहा कि यदि मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेताओं में दम है तो वह यह घोषणा करें कि आने वाले निकाय चुनाव में यदि कांग्रेस हारती है तो वह त्यागपत्र दे देंगे. कटारिया के अनुसार यदि सरकार ऐसा करेगी तो फिर प्रदेश की जनता भी कांग्रेस को आईना दिखा देगी. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि निकाय चुनाव में जिसकी सत्ता होती है, उसका असर देखने को मिलता है लेकिन मुझे विश्वास है कि आने वाले चुनाव में शहरी जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी.