जयपुर. राजस्थान में बढ़ते अपराधों पर सियासी उबाल आ चुका है. सोमवार को डीजीपी एम.एल लाठर ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश में अपराध पंजीबद्ध होने की अनिवार्यता के कारण अपराध का आंकड़ा बढ़ने और रेप और बलात्कार के अधिकतर झूठे मामले दर्ज होने की बात कही तो इस पर पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने नाराजगी जता डाली. कटारिया ने कहा महिला अपराध के मामले में राजस्थान आज भी नंबर वन है. ऐसे में डीजीपी सब कुछ सही बताने के बजाय अपराधियों को पकड़ने की कोशिशों पर प्रेस वार्ता करें.
डीजीपी ने प्रेस वार्ता में कहा था कि देश में दर्ज अपराधों के करीब से 30 फीसदी झूठे मामले राजस्थान में दर्ज होते हैं. वहीं, रेप के मामलों में कहा की साल 2019 में देश में रेप के 32497 मामले झूठे थे. जिनमें अकेले राजस्थान में 12080 झूठे मामले शामिल थे. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया डीजीपी के इस बयान से नाराज है.
कटारिया के अनुसार यदि कोई फर्जी मामला दर्ज करवाता है और जांच में यह साबित हो जाता है तो ऐसे लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई का कानून है तो पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती. कटारिया ने कहा केवल अधिकतर मुकदमे फर्जी दर्ज होते हैं यह तर्क देकर सब कुछ सही चल रहा है यह दिखाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है.
कटारिया ने कहा कि मैंने पिछले दिनों प्रेस वार्ता में कहा था कि राजस्थान में साल 2020 के 7 माह में और साल 2021 के 7 माह में तुलनात्मक अध्ययन करके बताया था की राजस्थान में इस दौरान 24 फीसदी अपराधों में बढ़ोतरी हुई है. उसने भी खास तौर पर बलात्कार के मामलों में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. वहीं, अपहरण में 31 फीसदी इजाफा हुआ है.
कटारिया ने कहा राजस्थान में छोटी बच्चों के साथ गैंगरेप हो रहा है आए दिन यह खबरें मीडिया में सुर्खियां बन रही है और उनको पढ़ने के बाद भी यदि कोई यह कहे कि मेरे यहां व्यवस्था ठीक है तो इसे सही नहीं कहा जा सकता.