जयपुर. उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन के अंतिम दिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एक बयान जारी कर कहा है कि यदि कांग्रेस को बचाना चाहते हैं तो कांग्रेस पार्टी आलाकमान यहां के मुख्यमंत्री के क्रियाकलापों पर भी चिंतन करे. कटारिया ने कहा कि इस मुख्यमंत्री के राज में राजस्थान सुरक्षित है या नहीं, इस बात पर भी कांग्रेस नेताओं को चिंतन करना (Gulab Chand Kataria suggestions to Congress) चाहिए.
कटारिया ने रविवार को एक बयान जारी कर यह बात कही. कटारिया बोले कि इस देश में 70 में से 54 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी आज देश के 2 राज्यों तक ही सिमट कर रह गई है. ऐसे में पार्टी को चिंतन करना बेहद जरूरी था. इसलिए उस उदयपुर और मेवाड़ की धरती को चुना जो देश प्रेम सिखाती है, लेकिन कांग्रेस यह सीख पाएगी या नहीं यह तो भविष्य ही बताएगा. कटारिया ने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है. स्कूल और थानों में ही बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं. स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि सरकार के कलेक्टर और एसपी ही रिश्वत लेते ट्रैप होने लगे हैं. ऐसे में प्रदेश में सरकार चल रही है, क्या मजाक चल रहा है, पता नहीं चलता.
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नेता प्रतिपक्ष के अनुसार मौजूदा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का काम किया गया और करौली की घटना उसका ताजा उदाहरण है. ऐसे में चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस नेताओं की आंखें हैं, तो खोलकर इस घटना की तरफ भी ध्यान दें. कटारिया ने कहा राजधानी में गहलोत सरकार के एक मंत्री पुत्र पर बलात्कार का मामला दर्ज होता है और सरकार के ही विधायक भरत सिंह अपनी सरकार के एक मंत्री पर राजस्थान की संपदा लूटने का आरोप लगाते हैं. कटारिया ने कहा इन घटनाओं की तरफ भी शिविर में चिंतन करना चाहिए.