ETV Bharat / city

ACS उद्योग की विभागीय बैठक, पेंडेंसी खत्म करने से लेकर रोजगार उपलब्ध कराने के दिए दिशा-निर्देश - meeting of acs industry

देश भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस वायरस के चलते उद्योग जगत को भी काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में राजस्थान में उद्योग को वापस पटरी पर लाने के लिए शुक्रवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक ली.

jaipur news  rajasthan news  etv bharat news  ACS उद्योग की विभागीय बैठक  ACS industry departmental meeting
ACS उद्योग की विभागीय बैठक
author img

By

Published : Jun 19, 2020, 6:51 PM IST

जयपुर. देश भर में कोरोना वायरस के चलते उद्योग जगत को भी काफी नुकसान हुआ है. उद्योग को वापस पटरी पर लाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान ने अग्रवाल ने कहा कि कोविड- 19 के कारण बदली परिस्थितियों में राज्य सरकार की उद्योग से संबंधित फ्लैगशिप योजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास और स्वरोजगार सृजन में मील का पत्थर सिद्ध होंगी.

ACS उद्योग की विभागीय बैठक

अग्रवाल ने कहा कि अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए कि फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ नीचले स्तर तक पहुंचाया जाए. ताकि प्रदेश में छोटे-बड़े सभी तरह के उद्योगों का विकास अधिक हो और रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके.

यह भी पढ़ेंः SDM ने सड़क विस्तार के मामले को लेकर ग्रामीणों की ली बैठक बेनतीजा समाप्त

इस दौरान बैठक में आयुक्त उद्योग मुक्तानन्द अग्रवाल भी मौजूद रहे. साथ ही उद्योग, रीको, बीआईपी, आरएफसी, बीपीई, आरएफ, आरएसडीसी, बुनकर संघ, खादी एवं ग्रामोद्योग सहित संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक ली. अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग विभाग की तीन योजनाओं को फ्लैगशिप योजना की श्रेणी में रखा है और तीनों योजनाएं ही औद्योगिक निवेश और रोजगार उपलब्ध कराने वाली योजनाएं हैं. वहीं अग्रवाल ने रीको की बंजर भूमि को चिन्हित कर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी दिए. साथ ही लाइट्स में न्यायिक प्रकरणों के अपडेशन के लिए उद्योग विभाग की सराहना करते हुए उन्होंने अन्य संस्थाओं को भी निर्देश दिए. ताकि सभी संस्थाएं नियमित अपडेशन रखें.

यह भी पढ़ेंः अजमेर: राजस्थान लोक सेवा आयोग में डीपीसी की बैठक, 171 पदोन्नतियां हुईं

साथ ही अग्रवाल ने मई तक की सभी पेंडेंसी को 30 जून खत्म करने के लिए अधिकारियों दिशा-निर्देश दिए थे. इसके मायने अग्रवाल ने कहा कि जन घोषणा पत्र बजट घोषणा विधानसभा प्रश्नों में सीआईएमए मुख्यमंत्री और मंत्री की घोषणाओं आदि का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें. वहीं उद्योग आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में एमएसएमई एक्ट प्रावधानों से प्रदेश में उद्योग लगाना आसान हो गया है. वहीं राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना में उद्योगों को कई तरह की राहत देकर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राज उद्योग मित्र पोर्टल पर 4 हजार 772 पंजीयन हो गए हैं.

जयपुर. देश भर में कोरोना वायरस के चलते उद्योग जगत को भी काफी नुकसान हुआ है. उद्योग को वापस पटरी पर लाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान ने अग्रवाल ने कहा कि कोविड- 19 के कारण बदली परिस्थितियों में राज्य सरकार की उद्योग से संबंधित फ्लैगशिप योजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास और स्वरोजगार सृजन में मील का पत्थर सिद्ध होंगी.

ACS उद्योग की विभागीय बैठक

अग्रवाल ने कहा कि अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए कि फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ नीचले स्तर तक पहुंचाया जाए. ताकि प्रदेश में छोटे-बड़े सभी तरह के उद्योगों का विकास अधिक हो और रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके.

यह भी पढ़ेंः SDM ने सड़क विस्तार के मामले को लेकर ग्रामीणों की ली बैठक बेनतीजा समाप्त

इस दौरान बैठक में आयुक्त उद्योग मुक्तानन्द अग्रवाल भी मौजूद रहे. साथ ही उद्योग, रीको, बीआईपी, आरएफसी, बीपीई, आरएफ, आरएसडीसी, बुनकर संघ, खादी एवं ग्रामोद्योग सहित संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक ली. अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग विभाग की तीन योजनाओं को फ्लैगशिप योजना की श्रेणी में रखा है और तीनों योजनाएं ही औद्योगिक निवेश और रोजगार उपलब्ध कराने वाली योजनाएं हैं. वहीं अग्रवाल ने रीको की बंजर भूमि को चिन्हित कर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी दिए. साथ ही लाइट्स में न्यायिक प्रकरणों के अपडेशन के लिए उद्योग विभाग की सराहना करते हुए उन्होंने अन्य संस्थाओं को भी निर्देश दिए. ताकि सभी संस्थाएं नियमित अपडेशन रखें.

यह भी पढ़ेंः अजमेर: राजस्थान लोक सेवा आयोग में डीपीसी की बैठक, 171 पदोन्नतियां हुईं

साथ ही अग्रवाल ने मई तक की सभी पेंडेंसी को 30 जून खत्म करने के लिए अधिकारियों दिशा-निर्देश दिए थे. इसके मायने अग्रवाल ने कहा कि जन घोषणा पत्र बजट घोषणा विधानसभा प्रश्नों में सीआईएमए मुख्यमंत्री और मंत्री की घोषणाओं आदि का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें. वहीं उद्योग आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में एमएसएमई एक्ट प्रावधानों से प्रदेश में उद्योग लगाना आसान हो गया है. वहीं राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना में उद्योगों को कई तरह की राहत देकर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राज उद्योग मित्र पोर्टल पर 4 हजार 772 पंजीयन हो गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.