जयपुर. शहर के व्यस्ततम सड़कों में से चौमूं हाउस सर्किल पर शनिवार सुबह अचानक सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया. यहां एक ऑटो चालक और सवार के साथ इसमें समा गया. हालांकि, समय रहते दोनों घायलों को गड्ढे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इस हादसे ने निगम प्रशासन और जेडीए प्रशासन दोनों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए. कारण साफ है कि चौमूं हाउस सर्किल पर ये इसी तरह का तीसरा हादसा है. इससे पहले बीते साल सितंबर में और उससे पहले जुलाई 2017 में भी यहां रोड धंस चुकी है.
जुलाई-2017
- सरकार- बीजेपी
- यूडीएच मंत्री- श्रीचंद कृपलानी
- नगर निगम- बीजेपी बोर्ड
सितंबर-2020
- सरकार- कांग्रेस
- यूडीएच मंत्री- शांति धारीवाल
- नगर निगम- प्रशासक काल
जनवरी-2021
- सरकार- कांग्रेस
- यूडीएच मंत्री- शांति धारीवाल
- हेरिटेज नगर निगम- कांग्रेस बोर्ड
प्रदेश में सरकार बदली, यूडीएच मंत्री बदले, यही नहीं जयपुर नगर निगम भी एक से दो हो गए, लेकिन जयपुर के चौमूं हाउस सर्किल की परिस्थितियां नहीं बदली. यहां एक नहीं दो नहीं कई बार सड़क धंसने के हादसे हो चुके हैं. लेकिन संभाल की बजाए हर बार लीपापोती कर दी जाती है.
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जयपुर में सचिवालय से महज 1 किलोमीटर दूर चौमूं हाउस सर्किल पर शनिवार सुबह अचानक सड़क धंसी. यहां से गुजर रहा एक ऑटो इसमें समा गया. हादसा सुबह 6:00 बजे का बताया जा रहा है. हालांकि, हादसे के तुरंत बाद यहां एक सुरक्षा गार्ड और यहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए ऑटो चालक और ऑटो सवार को गड्ढे से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया.
चौमूं हाउस सर्किल शहर का व्यस्ततम मार्ग
वर्तमान में यहां सड़क पर 25 फीट गहरा और 30 फीट चौड़ा गड्ढा हो गया है. चौमूं हाउस सर्किल शहर का व्यस्ततम मार्ग है, जहां हर दिन करीब 50 से 60 हजार वाहनों की आवाजाही रहती है. सुबह 6:00 बजे के बजाए यदि ये हादसा ऑफिस टाइम करीब 10 बजे होता तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी.
बार-बार होती है सड़क धंसने की घटनाएं
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां बार-बार सड़क धंसने की घटनाएं सामने आती हैं. बावजूद इसके प्रशासन महज लीपापोती करने में जुटा रहता है. यहां पेचवर्क करवाकर औपचारिकताएं पूरी कर दी जाती हैं. आलम ये है कि अभी भी यहां सीवर लाइन की गोलाई में सड़क पर दरारें पड़ी हुई हैं जो और हादसों को न्यौता देती नजर आती हैं.
हालांकि, निगम का तर्क है कि जो सड़क धंसी है उसके नीचे 50 साल पुरानी सीवर लाइन है. इस सीवर लाइन को अजमेर पुलिया से चौमूं हाउस सर्किल तक बदलना है. करीब 1 किलोमीटर लंबाई में इस लाइन को बदलने का काम करवाने के लिए टेंडर कर दिए हैं. हालांकि काम शुरू होने से पहले हादसा हो गया. बता दें कि ये सीवर लाइन शहर की मुख्य लाइनों में से एक है. इस लाइन का डाया (गोलाई) करीब एक मीटर का है.