चाकसू (जयपुर). चाकसू कृषि मंडी परिसर में किसानों की उपज बेचने और उसे सुरक्षित रखने के लिए प्लेटफार्म बने हुए हैं. लेकिन इन प्लेटफॉर्म पर व्यापारियों ने कब्जा जमाया हुआ है. इसके चलते हुए किसानों को अपनी उपज जमीन पर ही डालकर बेचनी पड़ती है. इससे कई बार बारिश और अंधड़ के चलते किसानों की उपज बरबाद हो जाती है, जिससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है.
ऐसे में जब मंडी परिसर में स्थित बदहाल अव्यवस्थाओं को लेकर पड़ताल की गई तो वाकई हालात चौंकाने वाले नजर आए. कड़ी धूप में किसान जमीन पर पड़ी अपनी उपज को बेचने पर मजबूर नजर आए. तमाम प्लेटफार्मों पर व्यापारियों ने माल रखकर कब्जा किया हुआ था. इतना ही नहीं मंडी परिसर में गंदगी का आलम पसरा हुआ था. सबसे दिलचस्प बात ये कि लॉकडाउन के बावजूद भी मंडी परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग की खुलकर अवहेलना नजर आई. 10 से 15 व्यापारी और आढतिए एक साथ बोली लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करते हुए नजर आए.
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इस मामले पर जब मंडी प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत की गई तो अधिकारी बगले झांकते नजर आए. कृषि मंडी सचिव दिलीप सिंह से जब किसानों के लिए बने प्लेटफॉर्म के मामले पर बात की गई तो उन्होंने पहले तो प्लेटफॉर्म पर व्यापरियों के कब्जे की बात को सिरे से खारिज कर दिया. लेकिन जब उन्हें फोटो और वीडियो दिखाए गए तो उन्होंने तुरंत व्यापारियों को किसानों के लिए प्लेटफॉर्म खाली करने के निर्देश दिए.
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वहीं जब इसी मसले पर मंडी व्यापार संघ के महासचिव राजेश गुप्ता से जानकारी ली गई तो उन्होंने मंडी प्लेटफॉर्म पर व्यापारियों के कब्जे की बात स्वीकार करते हुए एक-दो दिन में प्लेटफॉर्म खाली कराने की सहमति जताई. शुक्रवार को मंडी परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में जब चाकसू विधायक को मंडी की समस्या से मीडिया द्वारा अवगत कराया तो उन्होंने गहरी नाराजगी जताते हुए तत्काल मंडी सचिव को प्लेटफॉर्म खाली कराने के निर्देश दिए.