ETV Bharat / city

एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के चलते गंवाया मंत्री पद, अब जल्द मिलेगा कैबिनेट मंत्री का दर्जा

author img

By

Published : Jan 8, 2022, 7:49 PM IST

एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के चलते मंत्री पद गंवाने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) को जल्द ही कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल सकता है. जिला अध्यक्षों को जिलों में बिसूका उपाध्यक्ष बनाकर डोटासरा के लिए रास्ता तैयार किया गया है.

Dotasra may soon get status of cabinet minister
एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के चलते गंवाया मंत्री पद

जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने यह नियम बनवा दिया है कि राजस्थान में कांग्रेस के जितने भी जिलाध्यक्ष होंगे वे अब जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष भी बनेंगे. 13 जिला अध्यक्षों में से 10 जिला अध्यक्षों को जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाकर उन्होंने इसकी शुरुआत भी कर दी है.

पढ़ें- राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक नियुक्तियां : अभी कार्यकर्ताओं को करना होगा इंतजार, संविधानिक नियुक्तियां फरवरी अंत तक संभव

वहीं, अब आगे भी जो जिला अध्यक्ष बनेंगे उन्हें जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष बनाकर राजनीतिक पद दिया जाएगा. लेकिन कांग्रेस के हलकों में अंदरखाने अब यह चर्चा चल रही है कि खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी 20 सूत्री कार्यक्रम का राजस्थान उपाध्यक्ष बनाकर राजनीतिक नियुक्ति दी जाएगी. जिला अध्यक्षों को जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाने की कवायद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा के लिए ही रास्ता तैयार करना था.

एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के चलते गंवाया मंत्री पद

बीसूका उपाध्यक्ष को मिलता है कैबिनेट मंत्री का दर्जा

कांग्रेस जिला अध्यक्षों को जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया गया है. हालांकि, उसे भी राजनीतिक पद माना जाता है और महीने में कुछ दिनों के लिए उन्हें सरकारी वाहन भी इस पद के लिए मिलेगा. लेकिन, उन्हें कोई दर्जा नहीं मिलेगा. लेकिन अगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया जाता है तो ऐसे में यह पद सीधे तौर पर कैबिनेट का दर्जा प्राप्त पद होता है.

अगर गोविंद सिंह डोटासरा को 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया गया तो फिर उन्हें कैबिनेट का दर्जा भी मिलेगा और सरकारी संसाधन भी. ऐसे में 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा आधिकारिक तौर पर मुख्य सचिव और कलेक्टर की बैठक में मुख्यमंत्री के साथ शामिल हो सकेंगे. यहां तक कि मुख्यमंत्री जो प्रदेश में 20 सूत्री कार्यक्रम का अध्यक्ष होता है उनकी अनुपस्थिति में प्रदेश उपाध्यक्ष के तौर पर वही बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने यह नियम बनवा दिया है कि राजस्थान में कांग्रेस के जितने भी जिलाध्यक्ष होंगे वे अब जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष भी बनेंगे. 13 जिला अध्यक्षों में से 10 जिला अध्यक्षों को जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाकर उन्होंने इसकी शुरुआत भी कर दी है.

पढ़ें- राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक नियुक्तियां : अभी कार्यकर्ताओं को करना होगा इंतजार, संविधानिक नियुक्तियां फरवरी अंत तक संभव

वहीं, अब आगे भी जो जिला अध्यक्ष बनेंगे उन्हें जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष बनाकर राजनीतिक पद दिया जाएगा. लेकिन कांग्रेस के हलकों में अंदरखाने अब यह चर्चा चल रही है कि खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी 20 सूत्री कार्यक्रम का राजस्थान उपाध्यक्ष बनाकर राजनीतिक नियुक्ति दी जाएगी. जिला अध्यक्षों को जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाने की कवायद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा के लिए ही रास्ता तैयार करना था.

एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के चलते गंवाया मंत्री पद

बीसूका उपाध्यक्ष को मिलता है कैबिनेट मंत्री का दर्जा

कांग्रेस जिला अध्यक्षों को जिलों में 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया गया है. हालांकि, उसे भी राजनीतिक पद माना जाता है और महीने में कुछ दिनों के लिए उन्हें सरकारी वाहन भी इस पद के लिए मिलेगा. लेकिन, उन्हें कोई दर्जा नहीं मिलेगा. लेकिन अगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया जाता है तो ऐसे में यह पद सीधे तौर पर कैबिनेट का दर्जा प्राप्त पद होता है.

अगर गोविंद सिंह डोटासरा को 20 सूत्री कार्यक्रम का उपाध्यक्ष बनाया गया तो फिर उन्हें कैबिनेट का दर्जा भी मिलेगा और सरकारी संसाधन भी. ऐसे में 20 सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा आधिकारिक तौर पर मुख्य सचिव और कलेक्टर की बैठक में मुख्यमंत्री के साथ शामिल हो सकेंगे. यहां तक कि मुख्यमंत्री जो प्रदेश में 20 सूत्री कार्यक्रम का अध्यक्ष होता है उनकी अनुपस्थिति में प्रदेश उपाध्यक्ष के तौर पर वही बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.