जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने आज बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. जिसमें कोरोना को लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया. कांग्रेस की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने बैठक में कई अहम सुझाव दिये. डोटासरा ने कहा कि इस समय में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी दुगुनी हो जाती है. सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में पूरी मुस्तैदी से मोर्चा संभाले हुए है. इस समय सियासत करने के बजाय हमें राजस्थान की जनता के दुख-दर्द को दूर करने का काम करना होगा.
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डोटासरा ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया सहित अन्य साथी देख रहे होंगे किस तरह से मुख्यमंत्री खुद कोरोना संक्रमित होने के बाद भी लगातार काम कर रहे हैं. सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं. देशभर में यदि सबसे पहले लॉकडाउन की किसी ने बात की तो वह प्रदेश के मुख्यमंत्री ने की. इसके बाद देशभर में लॉकडाउन भी लगा. इसके बाद राजस्थान सहित कई राज्यों में चुनाव भी हुए. चुनाव आयोग के घोषित कार्यक्रम की वजह से चुनाव कराना सरकार की मजबूरी भी थी. कोरोना की दूसरी लहर ने खतरे की घंटी को और ज्यादा बढ़ा दिया.
अशोक गहलोत ने दूर की सोची
डोटासरा ने कहा कि सोनिया गांधी जी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्मान किया है कि सभी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में आमजन की मदद करें. इसके लिए हमारी पार्टी ने प्रदेश मुख्यालय के अलावा जिलों में भी कन्ट्रोल रूम शुरू किए हैं. अशोक गहलोत ने जब विधायक कोष के पैसों को बढ़ाकर पांच करोड़ किया तो किसी ने सोचा भी नहीं की कोरोना की लहर फिर से आयेगी. मुख्यमंत्री का उस समय सोचा गया विजन आज वैक्सीनेशन में बहुत मददगार साबित हो रहा है. अब दो करोड़ रुपये वैक्सीनेशन में काम आयेंगे और 75 लाख रुपये से हर विधानसभा क्षेत्र में आदर्श अस्पताल स्थापित होगें. शेष 25 लाख की विधायक राशन सामग्री सहित अन्य कार्यो में कलेक्टर के जरिये खर्च किये जायेंगे.
गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि लोगों ने बहुत अरमान से शादियों की तैयारी की थी. लेकिन कोरोना की वजह से सरकार को कड़ा फैसला लेते हुए शादियों को स्थगित करने का भी फैसला लेना पड़ा. यह सभी कार्य जनता को कोरोना से बचाव के लिए किये गये. अब सरकार की ओर से सभी क्षेत्रों में सर्वे कराया गया है. जहां भी हल्के लक्षण वाले मरीज मिले उनको सरकार की ओर से निशुल्क दवाएं घर-घर भिजवाई जा रही हैं.
ऐसे तो वैक्सीनेशन में 3 साल लग जायेंगे
डोटासरा ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार भी हर संभव प्रयास कर रही है. यहां मैं किसी भी दल के ऊपर लाछंन नहीं लगा रहा. लेकिन राजस्थान को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन व इंजेक्शन मिलने चाहिएं, जिससे मरीजों को राहत मिल सके. फिर भी सरकार भामाशाहों की मदद से ऑक्सीजन कन्संट्रेटर अस्पतालों में भिजवाने में जुटी है. वैक्सीनेशन की रफ्तार बेहद चिन्ता का विषय है. यदि इसी रफ्तार से वैक्सीनेशन हुआ तो सरकार को तीन साल से अधिक का समय लग जायेगा. ऐसे में केन्द्र सरकार को भी मजबूत इच्छा शक्ति दिखाते हुए राज्यों की समस्याओं का समाधान करना होगा.