जयपुर. देशभर में फ्री वैक्सीनेशन की मांग को लेकर राजस्थान कांग्रेस की तरफ से 4 जून को सभी जिलों के कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे गए. जयपुर में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम ज्ञापन सौंपा. हालांकि एआईसीसी के निर्देशों के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी ज्ञापन देने डोटासरा के साथ जाना था लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते वह राजभवन नहीं गए.
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ज्ञापन के जरिये केंद्र सरकार से कांग्रेस ने मांग की है कि देश के हर उम्र के लोगों का फ्री वैक्सीनेशन हो. ज्ञापन देने के बाद मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना की पहली लहर के वक्त कहा था कि देशभर में फ्री वैक्सीनेशन होगा. वैक्सीनेशन के लिए 35 हजार करोड़ का बजट भी रखा था. लेकिन अब केंद्र ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी राज्यों पर डाल दी है.
35 हजार करोड़ का इस्तेमाल क्यों नहीं किया
डोटासरा ने कहा कि जब केंद्र की तरफ से फ्री वैक्सीनेशन से किनारा कर लिया गया तो राजस्थान सरकार ने 3000 करोड़ वैक्सीनेशन के लिए अलग से रखें. इनमें से 100 करोड़ राजस्थान ने अब तक वैक्सीन निर्माता कंपनियों को दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक राजस्थान को केवल 18 लाख डोज ही मिल पाई हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि केंद्र सरकार ने फ्री वैक्सीनेशन का दावा कर जो 35 हजार करोड़ का बजट जारी किया था उसका इस्तेमाल क्यों नहीं किया.
राजस्थान में वैक्सीन वेस्टेज 2 प्रतिशत
गोविंद सिंह डोटासरा से जब राजस्थान में वैक्सीन की बर्बादी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जो लेटर जारी किया था, उस लेटर में 10% तक वैक्सीन के वेस्ट होने की बात कही गई थी. जबकि राजस्थान में सिर्फ 2% वैक्सान वेस्ट हुई हैं. वैक्सीन की बर्बादी का झूठ फैलाया जा रहा है. डोटासरा ने आरोप लगाया कि न केवल राजस्थान बल्कि कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित पांच राज्य सरकारों पर वैक्सीन वेस्टेज को लेकर गलत बातें प्रचारित की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि सवाल इस बात का है कि राजस्थान की जनता ने 25 सांसद भाजपा को दिए हैं. लेकिन इन भाजपा सांसदों ने कोरोना में क्या काम किया.