जयपुर. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को साल 2020 में आज ही के दिन 14 जुलाई को राजस्थान कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी. गोविंद सिंह डोटासरा का मानना है कि उन्होंने 29 जुलाई को पदभार ग्रहण किया था, ऐसे में 29 जुलाई से ही वह अध्यक्ष पद का कार्यकाल मानते हैं, लेकिन 14 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के स्वागत के लिए राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में बड़ी तादाद में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जुटे, जिन्होंने डोटासरा को फूल मालाओं से लाद दिया.
दरअसल, इस एक साल में राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सामने कई चुनौतियां भी आईं. इनमें से सबसे बड़ी चुनौती यह रही कि डोटासरा चाहते हुए भी अब तक ना तो संगठन का विस्तार कर सके हैं न ही राजनीतिक नियुक्तियां कार्यकर्ताओं को दिलवा सके हैं. गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को साफगोई से यह स्वीकार भी किया और कहा कि किसी भी संगठन को नया बनाने के लिए कुछ समय की आवश्यकता होती है, जिससे कि वह कार्यकर्ताओं को समझ कर उनका फीडबैक ले सके और यह पता लगा सके कि किस कार्यकर्ता को क्या जिम्मेदारी दी जा सकती है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा था कि वह सातों संभागों मैं दौरा करेंगे और फीडबैक लेंगे, लेकिन कोरोना और चुनाव के चलते केवल 2 संभाग में ही दौरा हो सका है. यहां तक कि चुनाव में भी कोरोना के चलते हम कुछ ही रैलियां कर सके. ऐसे में कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात नहीं हो सकी. डोटासरा ने कहा कि वह मानते हैं कि प्रदेश कांग्रेस संगठन के विस्तार में थोड़ा समय लगा है, लेकिन जल्दी ही जिला कांग्रेस कमेटियों का गठन कर दिया जाएगा और राजनीतिक नियुक्तियों के लिए भी दरवाजे खोल दिए गए हैं, जल्द ही राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर एक्सरसाइज पूरी हो जाएगी.
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राजनीतिक नियुक्तियों में हो रही देरी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इस पूरे मसले पर एक्सरसाइज चालू है और कार्यकर्ता का मान सम्मान रखने के लिए उसे सत्ता या संगठन में कहां भागीदारी मिलनी चाहिए, वहां भागीदारी दी जाएगी. साथ ही कार्यकर्ताओं को पूरी इज्जत भी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं खुद कार्यकर्ता रहा हूं ऐसे में मैं कार्यकर्ता की पीड़ा को भी समझता हूं और उसका सम्मान कैसा हो मैं इसे भी भलीभांति जानता हूं. डोटासरा ने कहा कि मैं अपने कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान और उनकी इज्जत के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता के बलबूते पर ही हम सरकार में आए हैं, इसलिए सरकार में बैठे लोगों की और संगठन की कार्यकर्ता का मान सम्मान कैसे हो यही प्राथमिकता है.
उत्तर प्रदेश में जनसंख्या कानून लाने की बात हो रही है. उसके बाद से एक बहस छिड़ गई है कि क्या जनसंख्या पर नियंत्रण कानून के जरिए ही किया जा सकता है. इस मामले पर बोलते हुए आज राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा की जहां भी सरकार है वहां केवल मुद्दे भटकाने का काम किया जाता है.
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राजस्थान में तो जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए पहले से ही कानून बने हुए हैं, चाहे पंचायती चुनाव को लेकर कानून हो, नगर पालिका में कानून हो, सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के नए सलेक्शन या उनके प्रमोशन को लेकर कानून हो, राजस्थान में पहले से यह कानून बने हुए हैं. ऐसे में पूरी तरीके से असफल हो चुकी योगी सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की बातें कर रही है, जबकि राजस्थान में पहले से ही पर्याप्त कानून बने हुए हैं.