जयपुर. शिक्षा मंत्री और पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की ओर से लगाए गए आरोपों पर अपनी सफाई दी, उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले किरोड़ी लाल मीणा ने बयान दिया था कि जब तक सीबीआई जांच नहीं होगी तब तक मैं धरने पर बैठा रहूंगा, चाहे मर ही क्यों न जाऊं. लेकिन अरुण सिंह की तड़ी के बाद वे धरने से उठ गए. उन्होंने एकदम से यू टर्न ले लिया.
मीडिया से रूबरू होते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 2 दिन तक किरोड़ी लाल मीणा ने अपने ही लोगों के साथ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए यह धरना दिया था. आज धरना देने वाले एकदम से गायब कैसे हो गए. डोटासरा ने कहा कि जब मीणा को पता चला कि भाजपा साथ है, पेपर सही हुए हैं, और जिन 31000 लोगों को नौकरियां मिलनी है उनके परिवार उनके खिलाफ हैं, तब उनका बयान बदल गया. तब उन्होंने कहा कि यदि परीक्षा सही हुई है तो तुरंत नौकरी दें.
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डोटासरा ने मीणा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दो घोड़ों पर सवार नहीं हुआ जाता. वे एक ही घोड़े पर सवार रहते तो ठीक रहता. किरोडी लाल मीणा ने कहा था कि पेपर गलत हुए हैं और जब तक जांच नहीं होती मैं धरने पर बैठा रहूंगा, जो लोग उनके साथ हमेशा रहते हैं, उन लोगों के साथ उन्होंने धरना दिया. एक भी रीट की परीक्षा देने वाला युवा उनके साथ नहीं था.
युवा मोर्चा के बड़े प्रदर्शन को लेकर डोटासरा ने कहा कि कोई बात नहीं, उन्हें प्रदर्शन करने दो. ढाई साल में उन लोगों ने कुछ भी नहीं किया. यह लोग ट्विटर ट्विटर और मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री खेल रहे हैं. कल राज्यवर्धन ने भी कह दिया कि वह भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल हैं. बीजेपी में 9- 10 लोग मुख्यमंत्री के दावेदार हो गए हैं और यह बढ़ते जाएंगे. डोटासरा ने कहा कि आने वाले चुनाव में उनकी सीटें नहीं बढ़ेंगी, दोबारा कांग्रेस ही जीतेगी.